पटना। बिहार की राजधानी पटना के राजीव नगर के घुड़दौड़ रोड पर अतिक्रमण हटाने गई टीम पर उग्र लोगों ने पथराव कर दिया. यहां अवैध निर्माण हटाने पहुंची पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया जिसमें थानाध्यक्ष समेत 8 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ी.
पुलिस राजधानी के दीघा-राजीव नगर इलाके के कृष्णा नगर में इलाके में कोर्ट के आदेश पर अवैध मकानों को तोड़ने पहुंची थी. इससे नाराज लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया और जमकर पथराव किया, जिसमें कई पुलिस वाले घायल हो गए हैं. लोगों ने कई गाड़िया भी जला दी. कई मीडियाकर्मियों को भी चोटें आई हैं.
लोगों का कहना है कि हमने यहां की जमीन खरीदा और अब इसपर घर बनाया है और अब घर को तोड़ने आज अचानक पुलिस पहुंच गई, अब हम कहां जाएंगे? लोगों का कहना है कि हम इस जमीन को नहीं छोड़ सकते, हमने कीमत चुकाई है. ऐसे में पुलिस की ऐसी कार्रवाई क्या उचित है. लोगों का कहना है कि कोर्ट का कोई आदेश नहीं है, पुलिस बेवजह हमलोगों को परेशान कर रही है.
#Visuals Clash between locals and Police during an anti-encroachment drive in Bihar’s Patna. Many people injured. Police fire several rounds pic.twitter.com/QUhv5aNMJW
— ANI (@ANI) September 5, 2017
ये है पूरा मामला
1974 में बिहार सरकार ने 1024 एकड़ जमीन किसानों से लेकर हाउसिंग बोर्ड को देने का फैसला किया था. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि जो जमीन सरकार ने हाउसिंग बोर्ड दी उसके बदले उन्हें मुआवजा नहीं मिला.
मुआवजा न मिलने की सूरत में किसानों ने जमीन खाली नहीं कि और मकान बनाते चले गए. कई किसानों ने तो बिना कागजात के ही जमीन बेच दी. अब जिन लोगों ने किसानों से जमीन खरीदकर घर बनाया है, उनका कहना है कि जीवन भर की पूंजी लगाकर जमीन खरीदा और घर बनवाया. अब घर टूट जाएगा तो कहां जाएंगे.

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