मेरठ। मेरठ के टीपी नगर के पूठा गांव में दलितों और गुर्जरों के टकराव हो गया. गुर्जरों ने दलितों के घरों पर पथराव किया. दलितों के वाहनों में तोड़फोड़ भी की. दोनों पक्षों में टकराव के बाद गांव में भय का माहौल बना हुआ है. हालांकि गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
दरअसल रिठानी गांव के रहने वाला दलित युवक लक्की की 26 सितंबर को पूठा गांव के गुर्जर युवक अनिकेत से हाथापाई हगो गई थी. लेकिन गांव के बड़े लोगों ने झगड़ा शांत करवा दिया था. झगड़े की खबर पाकर पुलिस आई तो ग्रामीणों पुलिस को भी वापस भेज दिया.
ग्रामीणों के अनुसार मंगलवार दोपहर लक्की पूठा गांव में अपने समुदाय के एक व्यक्ति के यहां आया था. तभी गुर्जर समुदाय के कुछ युवकों ने उसकी पिटाई कर दी. जिसके विरोध में कुछ देर बाद जीवनपुरी रिठानी में कुछ दलित युवकों ने बाइक से गांव जा रहे पूठा निवासी अर्चित को पीट दिया.
अर्चित से मारपीट का पता चलते ही गुर्जर बिरादरी के दर्जनों युवक एकत्रित हो गए. दलित पक्ष का आरोप है कि गुर्जर युवकों ने उनके घर लाठी-डंडों से धावा बोल लिया. घरों पर पथराव किया. महिलाओं से बदसलूकी की. दरवाजे बंद कर लिए तो उन पर डंडे मारे. आंगन में खड़ी गोल्डी, नरेश और चंदर की बाइक और चीनू की कार में तोड़फोड़ की.
हिंसा की सूचना पर पहुंची टीपी नगर पुलिस को दलित महिलाओं ने घेर लिया. पूछा कि गुर्जर युवकों का झगड़ा जीवनपुरी के युवक से हुआ तो हमारे घरों पर हमला क्यों किया. दलित पक्ष की ओर से 18 नामजद लोगों के खिलाफ तहरीर दी गयी.
एसपी सिटी मान सिंह चौहान के अनुसार दो युवकों में मारपीट के बाद दो पक्षों में गलतफहमी पैदा हो गई. कुछ युवकों की नासमझी से माहौल गर्म हुआ. गांव के दोनों बिरादरी के बुजुर्ग इस विवाद को बढ़ाना नहीं चाहते. वे लोग आपस में पंचायत कर समस्या का हल निकाल रहे हैं.
गांव में पहुंचे विधायक सोमेंद्र तोमर, एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने गलियों में घूमकर दलित महिलाओं का दर्द सुना. महिलाओं ने आरोप लगाते हुए बताया कि हमने घर के दरवाजे बंद किए तो गुर्जर पक्ष के युवकों ने दरवाजों पर डंडे बरसाए. अमित नाम के दलित दिव्यांग को भी युवकों ने डंडे मारे.
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