कर्नाटक में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दलित कार्ड खेला. पीएम मोदी ने दलित कार्ड के जरिए कांग्रेस को घेरने की कोशिश की, हालांकि कांग्रेस नेताओं ने भी मोदी को करारा जवाब दिया. चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को घेरने के लिए मोदी ने मल्लिकार्जुन खड़गे का जिक्र कर दिया.
पीएम मोदी ने मल्लिकार्जुन खड़के को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर कांग्रेस को घेरने पर हमला बोला. तो दूसरी तरफ, खड़गे ने पीएम पर पलटवार करते हुए कहा कि दलित होने के कारण ही भाजपा और पीएम मोदी ने उन्हें ‘विपक्ष का नेता’ नहीं बनाया.
खड़गे ने कहा, “मेरी पार्टी के बारे में बात मत कीजिए. उन्होंने मुझे बहुत कुछ दिया है. आपने ही मुझे विपक्ष का नेता नहीं बनने दिया क्योंकि मैं दलित हूं. दलितों के प्रति आपकी चिंता सिर्फ पाखंड है. आपकी सरकार में एससी और एसटी पर जुल्म हो रहे हैं.”
खड़गे ने दावा किया कि आरएसएस की विचारधारा से परेशान होकर ही बीआर आंबेडकर ने हिंदू धर्म छोड़ा और बौद्ध धर्म अपनाया. दूसरी ओर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी पीएम से अपना दलित प्रेम जाहिर करने के लिए किसी दलित को बीजेपी कैंडिडेट बनाने की मांग की है. उन्होंने मीडिया से कहा, “अगर आप दलितों की चिंता करते हैं तो येदियुरप्पा को छोड़ दलित नेता गोविंद कराजोल को सीएम कैंडिडेट बनाइए. हमें दलित विकास पर लेक्चर मत दीजिए. खुद को देखिए. मोदी सरकार एससी/एसटी सरकार विरोधी है.”

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।