नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के समर्थन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुलकर सामने आये हैं. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नीतीश कुमार ने मीरा कुमार जो की बिहार राज्य की बेटी हैं, उनके लिए हारने की बात पहले की है तो ये बिहार के लोगों का भला किस तरह से सोचते हैं.
आजाद ने कहा कि जिन लोगों का सिद्धांत एक होता है उनका फैसला बदलता नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि जिनका यकीन कई सिद्धांतों पर होता है उनके फैसले बदलते रहते हैं. नीतीश के कोविंद को समर्थन देने पर महागठबंधन की आशा लगाई हुए सभी विपक्षी पार्टियां नाराज हैं.
राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव का कहना है कि नीतीश के इस फैसले से गलत संदेश जाएगा. लालू ने कहा कि खुद नीतीश कुमार संघ मुक्त भारत की बात किया करते थे लेकिन अब वो एनडीए का साथ देते हुए नजर आ रहे हैं, यह मेरी समझ से परे है. लालू ने कहा कि वो नीतीश से बात करेंगे की इस मामले में फिर से विचार किया जायेगा.
गौरतलब है कि सुषमा स्वराज के ट्विटर हैंडिल पर रविवार को उन्होंने ट्वीट शेयर किया था जिसमें उन्होंने दिखाया था कि मीरा कुमार संसद में किसी को बोलने का मौका नहीं देती थीं. इस पर कांग्रेस के नेता टॉम वडक्कन का कहना है कि संसद में सुनियोजित समय के भीतर बोलने को कहा था जो कि स्पीकर की ड्यूटी होती है. मुझे नहीं लगता कि यह कोई बड़ा मुद्दा है.
कांग्रेस नेता एन ए हैरिस का कहना है कि ऐसे लोगों के विरुद्ध नहीं बोलना चाहिए जो सम्मानित हैं. हर कोई मीरा कुमार के पारिवारिक बैकग्राउंड व उनकी शख्सियत के बारे में जानता है. वे अच्छी शख्सियत के साथ-साथ भारतीय राजनीति की काफी सक्रिय नेता भी हैं पर इससे इतर नीतीश कुमार भाजपा के पाले में गेंद डालने की तैयारी कर चुके हैं.
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