लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दलितों पर अत्याचार रूकने का नाम नहीं ले रहा है. योगी सरकार के आने से राज्य अपराध भी तेजी बढ़ रहा है. पुलिस प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने में नाकाम साबित हो रही है. आए दिन दलितों के साथ भेदभाव और अत्याचार हो रहा है.
यूपी के दो अलग-अलग जिलों फर्रुखाबाद और बांदा में दलितों के साथ अत्याचार हुआ. एक मामले में दलित छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई जबकि दूसरे मामले में दलित किशोर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई.
फर्रुखाबाद के कायमगंज थाना क्षेत्र के लहरा गांव में शौच के लिए निकली दलित छात्रा का शव नग्न अवस्था में खेत में पड़ा मिला. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
लहरा निवासी छात्रा प्रिया पुत्री संजय जाटव(दोनों काल्पनिक नाम) सोमवार सुबह शौच के लिए खेतों की तरफ गई थी. लेकिन वह लौट कर घर नहीं आई. काफी देर के बाद परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. घर से लगभग 800 मीटर दूर उसका नग्न शव खेत में पड़ा मिला. जिससे दुष्कर्म की आशंका भी जताई जा रही है. उसके चेहरे और गर्दन पर चोटों के निशान थे.
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. कोतवाल अतर सिंह ने बताया कि पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
वहीं दूसरा मामला यूपी के बांदा का है. बांदा के मर्का थाना क्षेत्र के समगरा गांव में मवेशी चराने गए एक दलित किशोर की शनिवार की शाम लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. साथ ही उसके चचेरे भाई को अधमरा कर दिया गया. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है.
मर्का थानाध्यक्ष रामचरन वर्मा ने रविवार को बताया, समगरा गांव निवासी अनुसूचित जाति का कुलदीप (16) अपने चचेरे भाई संदीप (11) के साथ जंगल में मवेशी चराने गया था. शाम के वक्त उसका पड़ोसी युवक राजा शराब के नशे में धुत वहां पहुंचा और बिना कुछ कहे ही उसे लाठी से पीटना शुरू कर दिया. कुलदीप को बचाने गए उसके चचेरे भाई को भी पीट-पीट कर अधमरा कर दिया गया.
थानाध्यक्ष ने बताया, कुलदीप को उसके परिजन उपचार के लिए सरकारी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ घायल को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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