सीकर। देश में ऐसा कोई भी राज्य नहीं हैं जहां दलितों के साथ भेदभाव न होता है. आए दिन भारत किसी न किसी राज्य में दलितों के साथ जातिगत आधार पर भेदभाव और मारपीट की घटना सामने आती है. भारतीय संविधान ने जो ताकत दलितों को दी सवर्णों ने उसे भी छीन लिया और अपना वर्चस्व स्थापित करने में लगे रहते हैं.
राजस्थान के सीकर से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. सीकर के दांतारामगढ़ थाना क्षेत्र के दुल्हेपुरा गांव में दलित महिला के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. एक छोटी सी बात को लेकर आरोपी ने महिला के कपड़े फाड़ दिए और भरे बाजार में निर्वस्त्र कर लाठियों से पीटा. गनीमत रही कि आसपास के लोगों ने उसे बचा लिया. जिससे महिला को ज्यादा गंभीर चोट नहीं आई. अब पीड़ित महिला ने पुलिस को मामले की जानकारी दी है. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर पूरी घटना की जांच शुरू कर दी है.
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महिला के बच्चे एक खेत से होकर गुजर रही पगडंडी से जा रहे थे. इन बच्चों का वहां से गुजरना खेत मालिक मंगलचंद जाट को नागवार लगा. इससे नाराज जातिवादी मानसिकता वाले मंगलचंद ने बच्चों की मां के साथ मारपीट की.
पुलिस ने कहा कि दुल्हेपुरा गांव की एक महिला ने मंगलचंद जाट नामक व्यक्ति के खिलाफ आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है. घटना के अनुसार बीते दिन महिला का बेटा व बेटी मंगलचंद के खेत के पास से पगडंडी से होकर जा रहे थे. महिला का आरोप है कि मंगलचंद जाट व उसकी भाभी पप्पूड़ी ने दोनों बच्चों को पकड़कर पिटाई शुरू कर दी. महिला बच्चों को छुड़ाने गई तो देवर-भाभी उसको भी पीटने लगे.
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आरोपियों ने उसके कपड़े फाड़ दिए व जाति सूचक गालियां भी दी. इसके बाद आरोपी उसे पीटते हुए घसीटकर बाजार में ले गए वहां पूरी तरह से निर्वस्त्र कर हाथ, पैर व जांघों पर लाठियों से बुरी तरह से पीटा. शोर-शराबा सुनकर आसपास के लोगों ने छुड़वाया. थानाप्रभारी सुरेन्द्र सैनी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच एसटी सेल के पुलिस उपाधीक्षक कर रहे हैं.

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