मोतिहारी। पूर्वी चंपारण के ढाका क्षेत्र स्थित चैनपुर गांव का एक भूमिहीन दलित किसान अपने परिवार के साथ आमरण अनशन पर बैठा है. दलित परिवार यह भूख हड़ताल पूर्वी चंपारण के ढाका अनुमंडल कार्यालय के सामने कर रहा है. पीड़ित परिवार के कहना है कि गांव के कुछ मनुवादियों ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है.
दरअसल, वर्ष 1980-81 में सरकार द्वारा एक योजना के तहत भूमिहीन दलित परिवार को दो डिसमिल के हिसाब से जमीन का वितरण किया गया था. जिसमें चैनपुर गांव के शिवदयाल राम को भी जमीन दी गई. जहां वह घर बनाकर परिवार के साथ रह रहा था. लेकिन मनुवादियों की नजर इनकी जमीन पर पड़ गई. और उसे जमीन से बेदखल कर दिया गया.
बीते 12 अक्टूबर को मनुवादियों ने उसके घर में तोड़फोड़ और परिवार के सदस्यों के साथ भी मारपीट की. वहीं, घटना को लेकर शिवदयाल थाने गए तो पुलिस ने भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की. यहां तक कि शिवदयाल राम की गुहार एसडीओ से लेकर अन्य सीनियर पदाधिकारियों ने भी नहीं सुनी.
अंत में हार मानकर शिवदयाल राम अपने परिवार के साथ अनुमंडल कार्यालय के सामने अनशन पर बैठ गए. उनके समर्थन में कई भूमिहीन दलित परिवार के भी अनशन पर बैठ गए हैं. हालांकि इस अनशन की खबर होने के बावजूद भी कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी अनशन स्थल पर नहीं पहुंचा.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।