एटा। उत्तर प्रदेश के एटा में पुलिस द्वारा दलितों को सताया जा रहा है. जलेसर कोतवाली की पुलिस दलितों को जबरदस्ती उठा कर ले जा रही है. पुलिस की मनमानी और अत्याचार से परेशान दलित समुदाय के लोग पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. पुलिस के डर से लगभग 120 दलित परिवार अपना घर छोड़ चुके हैं.
13 सितंबर को दलित महिलाए बसपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर एसएसपी से न्याय की गुहार की. ठगेलान मोहल्ले की गंगा देवी ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसके बेटे संजीव की दुकान है. पुलिस वालो ने संजीव और उसके पिता को झूठे केस में फंसाया. और उन्हें अभी तक गिरफ्तार कर रखा है. गंगा देवी ने आगे कहा कि कई पुलिसकर्मियों ने उसकी दुकान से सामान उधार लिया था. संजीव पुलिस वालों से पैसे मांगता तो पुलिसकर्मी उसे टरका देते थे. फिर एक दिन संजीव को उठा कर ले गए.
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दरअसल, पुलिस संजीव के बार-बार पैसे मांगने से तंग आकर पुलिस ने 15 अगस्त की सुबह पुलिस संजीव और कई लोगों को जबरन उठा लिया. जिसके बाद कोतवाली पर दलित समुदाय के लोगों ने थाने पर विरोध किया. अन्य लोगों को तो पांच-पांच हजार रुपये लेकर छोड़ दिया, लेकिन संजीव को नहीं छोड़ा.
पुलिस के डर से 120 दलित परिवार मोहल्ला ठगेलाल और गोलाकुआं से पलायन कर चुके हैं. पीड़ित परिवार की महिलाओं के साथ मौजूद बसपाइयों ने एसएसपी अखिलेश कुमार चौरसिया से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और पुलिस के भय से पलायन करने वाले दलित परिवारों की मदद करने की मांग की.

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