विगत 21 अगस्त को दिल्ली के गाँधी पीस फाउंडेशन में दलित साहित्यकार इकट्ठा हुए। देश के कई हिस्सों से पहुंचे ये साहित्याकर दलित लेखक संघ के रजत जयंती वर्ष का समारोह मनाने इकट्ठा हुए थे। इस दौरान एक दिवसीय वार्षिक अधिवेशन का आयोजन हुआ, जिसमें तमाम साहित्यकारों एवं लेखकों ने अपनी बात रखी। पूरे दिन के इस कार्यक्रम में मुख्य तौर पर चौथी राम यादव, डॉ. रामचंद्र, अनिता भारती, रजनी अनुरागी, राजेश कुमार, अजमेर सिंह काजल, कवितेंदु इंदू, प्रियंका सोनकर, बिनील विस्वास, चंद्रकांता, प्रेमचंद गांधी, स्नेहलता नेगी आदि साहित्यकारों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में दिल्ली सरकार में सामाजिक न्याय विभाग के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम और दिल्ली विवि के हिन्दू कॉलेज के असि. प्रोफेसर डॉ. रतन लाल भी मौजूद रहें।
इस मौके पर कई साहित्यकारों को साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया। सम्मानित होने वाले साहित्यकारों में कर्मशील भारती, शीलबोधि, सुशीला टाकभोरे, एल.आर. बाली, संतराम आर्य, जसवंत सिंह जन्मजेय एवं रजनी तिलक (मरणोपरांत) शामिल रहें। दलित लेखक संघ की अध्यक्ष अनिता भारती ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
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