छपरा। अपने अधिकारों की रक्षा और अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए बिहार के छपरा में बुधवार (1 नवंबर) को अम्बेडकर रविदास महासंघ के लोगों ने सड़कों पर हल्ला बोल दिया. आरक्षण बचाओ और संविधान बचाओ के नारों के साथ हजारों की संख्या में लोग शहर के स्मारक हॉल में इकट्ठा हुए. जिसमें काफी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी.
इस मौके पर दलित समुदाय के लोगों का कहना था कि जहां एक तरफ देश के कोने-कोने में मनुवादियों द्वारा दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है तो दूसरी तरफ संविधान की तरफ से दलितों को दी गई सुविधाओं में सरकार कटौती कर रही है.
इतना ही नहीं रैली में आए लोगों का कहना था कि तकनीकि शिक्षा में सरकार की तरफ से दी जाने वाली छात्रवृति में कटौती होने की वजह से उनके बच्चों को बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी है. आरक्षण में हो रही कटौती पर अम्बेडकर रविदास महासंघ के लोगों ने सरकार पर साजिश रचने का भी आरोप लगाया. इन लोगों का कहना था कि सरकार आरक्षण के नियमों में छेड़छाड़ कर आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की व्यवस्था कर रही है. जो साफ तौर पर उनके साथ अन्याय है.
इस रैली के जरिए अम्बेडकर रविदास महासंघ ने जिस तरह से अपने अधिकारों को लेकर बिगुल बजाया है. खासकर जिस तरह से छपरा के सड़कों पर लोगों का जनसैलाब देखा गया है. वो इतना बताने के लिए काफी है कि ज्यादा दिनों तक सरकार अपने कानों मे तेल डालकर नहीं सो सकती.
सुशील कुमार की रिपोर्ट
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