नई दिल्ली। राजस्थान के बाड़मेर निवासी एमबीबीएस छात्र लोकेन्द्र सिंह और झारखंड के इंजीनियरिंग छात्र अभिषेक रवि की संदिग्ध मौत उनके पीछे कई सवाल छोड़ गई है। दोनों के परिजन न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन दोनों ही मामलों में मौत के सही कारणों को अब तक खुलासा नहीं हुआ है।
बताते चलें कि ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के खंडगिरी स्थित आईटीईआर कॉलेज में रांची के इंजीनियरिंग के 19 वर्षीय छात्र अभिषेक रवि की छात्रावास की छत से गिरने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसीप्रकार कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस छात्र डॉ. लोकेंद्र कुमार सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में 10 जून 2024 को हॉस्टल में मौत हो गई। तीन महीने बाद भी कर्नाटक पुलिस प्रशासन द्वारा घटना का खुलासा नहीं किया जा सका है। कुछ इसी तरीके के हालात अभिषेक रवि के मामले में भी हैं।
परिजन और मित्कर र रहे न्याय पाने के लिए संघर्ष
दलित दस्तक को लोकेन्द्र के पिता एडवोकेट अमित धनदे ने बताया कि बेटे की मौत को तीन माह गुजर गए हैं, लेकिन कर्नाटक पुलिस मामले का अभी तक खुलासा नहीं कर पाई। हम जानना चाहते है कि आखिर हमारे बेटे के साथ क्या हुआ। जो भी लोग मेरे बेटे की मौत के पीछे है। उनको सख्त सजा मिले। इसके लिए हमने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधामंत्री व राज्यपाल व मुख्यमंत्री कर्नाटक के नाम जोधपुर संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है। वहीं मामले की गहन जांच कराने की मांग की है।
अभिषेक रवि को न्याय दिलाने के लिए रांची में छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। गत सोमवार को छात्रों ने शहर के आंबेडकर चौक से बिरसा चौक तक कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान छात्रों ने राज्य पाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
हेमंत सोरेन ने एक्स पर की पोस्ट
हेमंत सोरेन ने गत दिनों एक्स पर पोस्ट में कहा-मैं ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से अनुरोध करता हूं कि ओडिशा के आईटीईआर कॉलेज में रांची के अभिषेक रवि की संदिग्ध मौत की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इधर, मामले में ओडिशा की राज्यपाल ने भी गहन जांच के आदेश दिए हैं।
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