रोहतक। भाजपा और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शुरू से ही दलित वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. आजकल शाह की दलित राजनीति चरम पर है. अमित शाह पिछले 15 दिनों में तीन अलग-अलग राज्यों में दलितों के यहां खाना खा चुके हैं. पहले राजस्थान फिर उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अमित शाह ने दलित के घर खाना खाया.
अमित शाह पिछले दो दिन से हरियाणा में खट्टर सरकार के विकास जांच कर रहे हैं. यह सब देख कर रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के दलित छात्र अमित शाह का विरोध कर रहे हैं. इस सिलसिले में डॉ. अम्बेडकर मिशनरीज विद्यार्थी एसोसिएशन (एएमवीए) की बैठक विक्रम सिंह डूमोलिया की अध्यक्षता में हुई.
बैठक में फैसला किया गया कि अमित शाह द्वारा दलितों का मजाक उड़ाए जाने के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा. डूमोलिया ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दलितों के घर खाना खाने का ड्रामा कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि दलितों पर अत्याचार करने वाली बेगुनाह लोगों की हत्यारी सरकार के मुखिया को खाना खिलाने वाले दलित परिवार का एएमवीए बहिष्कार का ऐलान करती है.
इसके अलावा कोर्स में हो रहे भेदभाव के मुद्दे को भी बैठक में उठाया गया. बैठक में कहा गया कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए स्नातकोत्तर कोर्स में दाखिले के लिए देश के सभी मेडिकल कॉलेज में आरक्षण नीति लागू है, हरियाणा की हेल्थ यूनिवर्सिटी मेडिकल कॉलेजों में नहीं है.

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