मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में एक बार हिंसा भड़क गई. यहां दलितों और ठाकुरों के बीच पथराव और गोलियां चली. इस घटना में 18 लोग घायल भी हुए. घटना की सूचना मिलने के काफी देर बाद कई थानों की पुलिस आई. ठाकुरों ने उनपर भी गोलियां दाग दी. पुलिस ने पूरी घटना को बड़ी मुश्किल से रोका.
दरअसल, मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना क्षेत्र के भूपखेड़ी गांव के दलितों ने अपने गुरू समनदास का जन्मदिवस मनाने के लिए शिरोमणि आश्रम में सत्संग का आयोजन किया था. जिसमें बड़ी संख्या में दलित समाज के स्त्री-पुरूषों ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान ठाकुर समुदाय के लोग इस कार्यक्रम में पहुंच गए और उन्होंने दलित समुदाय की महिलाओं के साथ छेड़खानी की. जब महिलाओं ने विरोध किया तो ठाकुर समुदाय के लड़कों ने महिलाओं को जाति-सूचक गालियां भी दी. जिसके बाद दोनों समुदाय आपस में मार-पीट करने लगे.
मारपीट की सूचना पर दोनों समुदाय के सैकड़ों लोग लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंच गए. दोनों समुदाय में जमकर मारपीट हुई. मामला यही शांत नहीं हुआ. इसके कुछ ही देर बाद पथराव भी शुरू हो गया. हमलावरों ने बाबासाहेब अम्बेडकर की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. मारपीट के दौरान गोलीबारी भी हुई. जिसमें एक पक्ष से आठ तो दूसरे पक्ष से चार लोग घायल हो गए.
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कई थानों की पुलिस के साथ एसडीएम, सीओ सहित पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर गए. ठाकुर समुदाय के लोगों ने पुलिस पर भी गोलीबारी कर दी थी. बड़ी मुश्किल से पुलिस ने उपद्रवियों को भगाया. बाद में घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया.
इस घटना के बाद गांव में एक तनाव फैल गया. अधिकारियों ने ग्रामीणों से घटना के बारे में पूछताछ की और क्षतिग्रस्त अम्बेडकर की मूर्ति को कपड़े से ढकवाया. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया.
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गांव से लेकर सामुदायिक अस्पताल तक दलित महिलाओं ने इस घटना के बाद विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना दिया. मौके पर एसपी सिटी और एडीएम ने जाकर घटना स्थल पर से महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत कर दिया. गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पीएसी के साथ भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. फिलहाल गांव में शांति का माहौल बताया जा रहा है.
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