सहारनपुर। बेहट के उसंड गांव में दलित लड़की से उच्च जाति के लड़कों ने छेड़छाड़ की. दलित लड़की के परिवार वालों ने जब थाने में रिपोर्ट लिखवाई तो पुलिस उल्टा दलित परिवार के खिलाफ ही कार्रवाई करने लगी. इससे नाराज होकर परिवार के साथ पूरा गांव पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगा. पुलिस की कार्रवाई से नाखुश भीम आर्मी भारत एकता मिशन से जुड़े समाज के सैकड़ों लोग भी सड़कों पर आ गए. मिशन और गांव के नौजवानों और युवतियों ने जोरदार नारेबाजी की और साफ कह दिया कि छेड़छाड़ के मामले में दलितों के उत्पीड़न को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा.
भीम आर्मी एकता मिशऩ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और यहां जिलाधिकारी शफक्कत कमाल के कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठ गए. यहां इन्होंने नारी के “सम्मान में उतरेंगें मैदान में” और “दलित एकता जिंदाबाद” के नारे लगाए. इस दौरान एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से उनके कार्यालय में जाकर वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उसंड प्रकरण में पुलिस ने दलित समाज के तीन लोगों को उठा लिया है. जबकि छेड़छाड़ दलित समाज की लड़की के साथ हुई थी. ऐसे में दलित समाज के लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई करना उचित नहीं है.
ये था पूरा मामला
कोतववाली बेहट क्षेत्र के गांव उसंड में दो दिन पहले, छेड़छाड़ की घटना को लेकर बवाल हो गया था. गुस्साए लड़की के पक्ष ने इस घटना का विरोध किया तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे. इसके बाद जमकर पथराव और फायरिंग हुई थी. घटना स्थल पर कई थानों की पुलिस के सात फोर्स भी गांव में घुसी और पथराव कर रहे लोगों को काबू किया.

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