आगरा। योगी के उत्तर प्रदेश में हत्या के गवाह युवक को बुरी तरह मार पीटकर हत्या कर दी गयी. यह घटना आगरा की है जहां के सिकंदरा के गांव जऊपुरा में बुधवार रात दबंगों का कहर दलित परिवार पर टूटा. राह चलते चाचा-भतीजे को चोर बताते हुए उन पर हमला बोल दिया गया जिसके बाद लाठियों से पीट-पीटकर चाचा नवाब सिंह (52) की हत्या कर दी, जबकि भतीजा गंभीर रूप से घायल है. नवाब सिंह को पांच अगस्त को आरोपियों के खिलाफ एक मुकदमे में गवाही देनी थी. हत्या के बाद भड़के दलित समुदाय के लोगों ने गुरुवार सुबह थाना घेर लिया. जातीय तनाव के मद्देनजर एसएसपी ने फोर्स के साथ गांव में फ्लैग मार्च किया.
जानकारी के अनुसार जऊपुरा निवासी नवाब सिंह और जग्गो यादव में रंजिश चल रही है उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज करा रखे हैं. नवाब सिंह के भतीजे राकेश की पत्नी महावली के बेटी हुई है और वह बिचपुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती है. बुधवार रात साढ़े सात बजे राकेश चाचा नवाब सिंह के साथ अस्पताल से खाना देकर घर लौट रहा था. गांव में अपने घर के सामने जग्गो यादव, भोला यादव, अशोक, लच्छो, राहुल आदि ने चोर-चोर का शोर मचाते हुए दोनों को घेर लिया. उन्हें पीट-पीटकर अधमरा करने के बाद 100 नंबर पर चोरों को पकड़ने की झूठी सूचना दी. पुलिस आ गई इस बीच नवाब सिंह पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गए. पुलिस और ग्रामीणों को देख जग्गो पक्ष के लोग भाग निकले.
गंभीर घायल नवाब सिंह और राकेश को परिजन अस्पताल लेकर गए, जहां कुछ घंटे बाद नवाब सिंह की मौत हो गई. इससे भड़के दलित बस्ती के दर्जनों लोगों ने गुरुवार सुबह सिकंदरा थाने को घेर लिया. वह हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. मृतक के भाई भीमसेन ने बताया कि जग्गो और भोला पक्ष के खिलाफ पांच अगस्त को नवाब सिंह की गवाही होनी थी. आरोपी पक्ष गवाही न देने का दबाव बना रहा था. नवाब के इन्कार करने पर हत्या कर दी.
उधर, नवाब की मौत के बाद गांव में जातीय तनाव के हालात बन गए. दोपहर में एसएसपी दिनेश चंद्र दूबे ने स्वाट टीम के साथ जऊपुरा पहुंच फ्लैग मार्च किया. साथ ही मृतक के परिजनों को आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई का आश्वासन दिया. एसएसपी ने बताया कि हत्या के आरोप में 22 लोगों को नामजद कराया गया है. सतर्कता के चलते गांव में फोर्स तैनात की गई है, दलितों ने कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

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