जौनपुर। जौनपुर के करदहा गांव में क्रिकेट खेलने में बच्चों के बीच हुआ विवाद बाद में दलितों व सवर्णों के बीच खूनी संर्घष में बदल गया. घटना में दोनों पक्षों से आठ लोग घायल हो गए. दलितों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए फूलपुर क्षेत्र के विन्दा गांव मोड़ के पास जाम लगा दिया. इसके बाद पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर एक घंटे बाद जाम समाप्त कराया.
जानकारी के मुताबिक 7 अक्टूबर को दलितों और सवर्णों के बच्चों के बीच क्रिकेट खेलने के दौरान मारपीट हो गई थी. इससे दलित नाराज थे. शनिवार को ही अनिल सिंह दलित बस्ती की तरफ स्थित अपना खेत देखने गए, जहां दलितों ने उनकी पिटाई कर दी. जिससे सवर्ण आक्रोशित हो गए.
सोमवार को सुबह पिटाई करने वालों में से एक का पिता सवर्ण बस्ती की तरफ किसी कार्य से आया था, जिसको अनिल सिंह के पुत्रों ने पीट दिया. जब इस बात की जानकारी दलित बस्ती के लोगों को हुई तो वह एकजुट होकर सवर्ण बस्ती की तरफ गए. जहां सवर्णों व दलितों में जम कर मार पीट हो गई.
मारपीट में एक पक्ष से रामधनी, अजित, अनिल, डिम्पल घायल हो गये. इनका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर में इलाज चल रहा है. वहीं दूसरे पक्ष से अनिल सिंह, रोशन सिंह, पवन सिंह, मदन सिंह घायल हो गए. दलितों ने चार सवर्णो के विरुद्ध नामजद तहरीर दी है.
तहरीर के बावजूद कार्रवाई न होने पर दलितों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए सुबह सोमवार 10 बजे फूलपुर थाना क्षेत्र के विन्दा गांव मोड़ पर राष्ट्रीय राज मार्ग पर जाम लगा दिया. जाम की सूचना पर फूलपुर व जलालपुर पुलिस पहुंच गई .
वहां ग्रामीणों को समझा बुझा कर पुलिस ने एक घंटे बाद जाम समाप्त कराया. मामले में जौनपुर एसपी केके चौधरी ने कहा कि वर्ग संघर्ष नहीं है. दलित पक्ष की तहरीर पर आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
साभार- अमर उजाला
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