नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल धरना पर बैठेने के बाद मोदी सरकार को जनतंत्र विरोधी करार दिया है. लेकिन वहीं केजरीवाल ने दिल्ली की जनता का शुक्रिया अदा किया है. जान लें कि पिछले चार दिनों से दिल्ली की राजनीति चरमरा गई है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई कैबिनेट मंत्री राज्यपाल के खिलाफ उनके निवास पर धरना दे रहे हैं तो वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी सीएम केजरीवाल के खिलाफ उनके घर पर धरना दे रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि उनका भाई पुणे से मिलने आया, लेकिन मिलने नहीं दिया गया. इसके बाद कहा कि मोदी सरकार जनतंत्र विरोधी हैं. बता दें कि अपनी मांगों को लेकर केजरीवाल व उनके नेता आमरण अनशन पर बैठे हैं. चौथे दिन गुरूवार को मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का गुरुवार सुबह रुटीन चैकअप हुआ. चैकअप में पता चला है कि सत्येंद्र जैन की तबीयत ठीक नहीं है.
राज्यपाल के ना मिलने पर केजरीवल ने लिखा कि, आख़िर दिल्ली वाले क्या माँग रहे हैं- IAS अफ़सरों की हड़ताल ख़त्म करो, राशन की डोरस्टेप डिलिवरी लागू करो. नहीं होना चाहिए ये? दुनिया में कोई कह सकता है कि ये नहीं होना चाहिए? फिर ये लोग क्यों नहीं कर रहे? आज चौथा दिन है. इनकी मंशा ठीक नहीं लग रही है. बता दें कि इन मांगों को लेकर दिल्ली की जनता ने केजरीवाल का साथ दिया है.
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