राजधानी दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में यूपीएससी और सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र का शव झाड़ियों में पेड़ से लटका हुआ मिला। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस इसको आत्महत्या बता रही है, जबकि एससी-एसटी समाज के नेताओं और बुद्धिजीवियों ने हत्या की आशंका जताई है। मृतक छात्र की शिनाख्त राजस्थान के दौसा दीपक कुमार मीणा के रूप में हुई है। वह यूपीएससी का प्री एग्जाम पास करने के बाद दिल्ली में मेंस की तैयारी कर रहा था।
बताया जा रहा है कि वह गत 11 सितंबर से गायब था। परिवारवालों ने 14 सितंबर को इस संबंध में मुखर्जी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। परिजन, दलित नेता व एक्टिविस्ट ने हत्या की आशंका जताई है। वहीं दिल्ली पुलिस ने मामले की गहन व निष्पक्ष जांच की मांग की है।
गत शुक्रवार को पुलिस को जंगल में एक युवक के फांसी लगाए जाने की सूचना मिली थी, पुलिस तुरंत वहां पहुंची।
लाइब्रेरी से कुछ दूरी पर पेड़ से लटका मिला शव
इस मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि जिस जगह पर दीपक शव मिला है, वह दीपक के इंस्टीट्यूट की लाइब्रेरी से कुछ ही दूरी पर है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में खुदकुशी की बात सामने आई है। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। हालांकि, पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
मृतक छात्र के पिता चंदूलाल ने बताया कि दीपक ने यूपीएससी का ऑनलाइन कोर्स लेकर जयपुर में रहकर इसी साल प्री एग्जाम पास किया था। इंस्टीट्यूट ने मेंस की तैयारी के लिए दिल्ली बुलाया था। दीपक जुलाई महीने से दिल्ली स्थित मुखर्जी नगर में पीजी में रहकर कोचिंग में पढ़ाई कर रहा था।
खबर है कि दिल्ली के मुखर्जीनगर में UPSC की तैयारी कर रहे आदिवासी छात्र दीपक कुमार मीणा की संदिग्ध हालत में मौत। दीपक का शव 10 दिनों बाद झाड़ियों में मिला। राजस्थान के दौसा जिले के निवासी दीपक के परिवार को उनकी मौत पर संदेह है और वे इसे हत्या मान रहे हैं। #JusticeForDeepakMeena pic.twitter.com/St8TSNBWXJ
— Dalit Dastak | दलित दस्तक (@DalitDastak) September 22, 2024
दलित नेताओं व एक्टिविस्ट ने की निष्पक्ष जांच की मांग
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने एक्स पोस्ट में दीपक को आदरांजलि देते हुए दिल्ली पुलिस से मामले की गहन जांच की मांग की है। इसीप्रकार दलित-आदिवासी एक्टिविस्ट हंसराज मीना ने एक्स पोस्ट में लिखा- राजस्थान के दौसा जिले के 21 वर्षीय दीपक कुमार मीणा का शव 10 दिनों बाद संदिग्ध परिस्थितियों में झाडि़यों में मिला हैं। दीपक के परिवार को उनकी मौत पर संदेह है और वे इसे हत्या मान रहे हैं, क्योंकि दीपक का मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य ठीक था। हम प्रशासन से इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।
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