मुंबई। शिवसेना ने गौरक्षकों को एक बार फिर आड़े हाथों ले लिया है. शिवसेना ने गौ रक्षा के नाम पर लगातार हो रही हिंसा मामले में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखे आर्टिकल में गौरक्षा की तुलना ‘बिजनेस’ से की है. इसमें कहा गया कि ये लोग पीएम मोदी के लगातार निर्देशों और अनुरोध के बाद भी अपनी दुकान बंद नहीं कर रहे हैं.
शिवसेना ने कहा है कि पाकिस्तान चाहता है कि भारत के हिन्दू और मुस्लिम इस तरह के तुच्छ मुद्दों पर लड़ते रहें और धर्म के नाम पर देश बंट जाए. इसके बाद उन्होंने पूछा कि उस समय “कथित गौरक्ष” कहां थे जब अमरनाथ में निर्दोष लोगों को मारा जा रहा था सबको पता है कि जिस ड्राइवर ने उस वक्त कई लोगों की जान बचाई वह खुद भी मुस्लिम था.
शिवसेना ने निशाना साधा कि किस तरह कई भाजपा शासित राज्यों में ही बीफ पर बैन नहीं है, जबकि अन्य में लगा है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी पूछा कि “यह गौरक्षक कौन हैं जो लोगों की जान ले रहे हैं. यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी भी इस पर सवाल करने लगे हैं. क्या पाकिस्तान एक बार फिर भारत में हिन्दू-मुस्लिम दंगा कराना चाहता है? हम भारतीय को सोचने की जरूरत है की देश किस और जा रहा है, हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई के बीच कुछ लोग अपनी रोटियां सेंकने में लगे हैं जिनकी समझ होना बहुत जरुरी हो गया है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।