भिलाई। पहले काम, फिर शिक्षा और अब इलाज करने के लिए भी मरीज की जाति महत्वपूर्ण हो गई है. तभी तो भिलाई स्टील प्लांट के हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के नाम के साथ जाति सूचक शब्द डॉक्टरों ने लिखे हैं. डॉक्टर जब मरीज का जातिसूचक नाम लिखता है तो भेदभाव साफ दिख जाता है. घटना है भिलाई के सेक्टर 9 हॉस्पिटल की. अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के चेयरमैन रामजी भारती सीएसआर फंड से कराए जा रहे कार्यों का जायजा लेने के लिए भिलाई के सेक्टर-9 हॉस्पिटल पहुंचे. वहां रजिस्टर की जांच के दौरान अनुसूचित जाति के मरीजों के नाम के आगे जाति सूचक शब्द लिखे थे. यह देख वह नाराज हुए और इलाज में जाति शब्द की प्रथा को तत्काल बंद करने को कहा. ताकि इलाज के मामले में भेदभाव खत्म हो.
रामजी भारती बीएसपी स्कूल में भी गए. स्कूल में 194 में 40 अनुसूचित जाति के बच्चे थे. उन्होंने कहा कि आरक्षण के आधार पर और बच्चों को एडमिशन दें. आदर्श गांव के भवनों को प्रयोग लायक बनाएं. बीएसपी भवन में राशन दुकान संचालित करने के बजाय सरकारी भवन में हस्तांतरित किया जाए. कौशल विकास योजना का सही से पालन किया जाए. दो दिन तक बीएसपी और हॉस्पिटल के दौरे के बाद चेयरमैन भारती ने कहा कि सीएसआर फंड में काफी खामियां मिली हैं. जिसे सुधारने की जरूरत है. बीएसपी प्रबंधन ने वादा किया है कि जल्द सुधार लेंगे.
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