नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी में आज बड़ी हलचल मच गई। बसपा से पूर्व राज्यसभा सांसद और कई प्रदेशों के प्रभारी रहे डॉ. अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। यह फरमान बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती ने खुद जारी किया। उन पर गुटबाजी का आरोप लगाया गया है। अशोक सिद्धार्थ के साथ मेरठ के बसपा नेता नितिन सिंह पर भी गाज गिरी है। बता दें कि अशोक सिद्धार्थ बसपा के नेशनल को-आर्डिनेटर आकाश आनंद के ससुर हैं। बसपा सुप्रीमों मायावती के इस सख्त कदम से बसपा में हलचल बढ़ गई है।
बीएसपी की ओर से ख़ासकर दक्षिणी राज्यों आदि के प्रभारी रहे डा अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद व श्री नितिन सिंह, ज़िला मेरठ को, चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी आदि की पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
— Mayawati (@Mayawati) February 12, 2025
बसपा सुप्रीमों ने सोशल मीडिया में इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए लिखा कि दक्षिणी राज्यों के प्रभारी रहे डॉ. अशोक सिद्धार्थ और नितिन सिंह को चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
बसपा सुप्रीमों के इस फैसले के बाद मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बसपा सुप्रीमों के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कई बसपा कार्यकर्ता यह कह रहे हैं कि बहनजी ने साफ कर दिया है पार्टी का हित परिवार से ऊपर है। जबकि कईयों ने इस कदम को बसपा के लिए नुकसान वाला बताया है। हालांकि यह साफ है कि बसपा प्रमुख मायावती कोई भी कड़ा फैसला लेने से नहीं हिचकती। बसपा सुप्रीमो ने आकाश आनंद को भी नेशनल को-आर्डिनेटर और उत्तराधिकारी के पद से हटा दिया था, हालांकि बाद में उनकी वापसी भी करा दी थी। अब देखना होगा कि बसपा प्रमुख मायावती के इस कदम का आने वाले दिनों में पार्टी पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।