नई दिल्ली। आगामी 23-24 सितंबर को जापान के शहर फुकोका में 4th डॉ. बी.आर. आम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल मिशन, बुराकु लिबरेशन लीग और इंटरनेशनल मूवमेंट अगेंस्ट डिस्क्रीमिनेशन एंड रेसिज्म, जापान द्वारा फुकेका के रिसेन्ट होटल में आयोजित किया गया है. इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का बीजक भाषण भारत के सुप्रसिद्ध जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अम्बेडकर चेयर के प्रोफेसर एवं विश्व प्रसिद्ध समाजशास्त्री प्रो. विवेक कुमार देंगे.
यह अपने आप में एक ऐतिहासिक आयोजन है. जैसा कि लोग जानते हैं कि बाबासाहेब आम्बेडकर के अनुयायियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अम्बेडकरी आंदोलन को स्थापित किया जा रहा है. इस आंदोलन के तहत 9 विश्वविद्यालयों में बाबासाहेब की प्रतिमाओं की स्थापना अपने आप में बहुत कुछ कहती है. इसी कड़ी में विदेश में रह रहे अम्बेडकरवादियों ने सामानांतर मुहिम भी चला रखी है, जिसके तहत विश्व के अनेक राष्ट्रों के बहिष्कृत समाज आपस में गठबंधन कर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन कर विश्व को अपनी परेशानियों से अवगत करा रहे हैं.
अतः इसी कड़ी में 1999 में रंगभेद के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार समिति द्वारा डरबन में सैकड़ों भारतीय पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी आवाज उठाने गए थे. इसलिए जापान में ये चौथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है. यहां पर डॉ. आम्बेडकर की प्रतिमा को कोयासान (Koyasan) विश्वविद्यालय में 2015 में किया गया था. अब अम्बेडकरी आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए यहां तमाम रणनीति बनाई जाएगी, जिससे भविष्य के अंतरराष्ट्रीय आंदोलनों को नई दिशा मिल सकेगी.
Read it also-SC/ST एक्ट: सात साल की सजा से कम के मामलों में बिना नोटिस गिरफ्तारी नहीं
दलित-बहुजन मीडिया को मजबूत करने के लिए और हमें आर्थिक सहयोग करने के लिये दिए गए लिंक पर क्लिक करेंhttps://yt.orcsnet.com/#dalit-dast
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।