नई दिल्ली। सोमवार 10 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रा के लिए जा रही बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गयी थी. गौरतलब है कि मरने वालों में ज्यादातर श्रद्धालु गुजरात के रहने वाले हैं. अगर ड्राइवर ने सही समय पर बस ना भगाई होती तो इस मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती थी. सेना के विशेष विमान से सूरत पहुंचे सलीम ने बताया कि “आतंकियों ने लगातार फायरिंग की, इसलिए मैं रुका नहीं, लगातार बस चलाता रहा. अल्लाह ने मुझे आगे बढ़ने की हिम्मत दी और मैं वैसा करता गया.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने खुद ड्राइवर सलीम की सराहना की है. मुख्यमंत्री ने सलीम को बहादुरी पुरस्कार के लिए नामित करने की भी बात भी कही. इस बस के ड्राइवर सलीम के भाई जावेद मिर्जा ने वलसाड में मीडिया से बात की.
जावेद ने कहा कि सलीम ने उन्हें सोमवार रात को करीब 9.30 बजे फोन किया था और बस पर हुई फायरिंग के बारे में बताया था. उसने कहा था कि फायरिंग के दौरान उसने बस नहीं रोकी, उसने सिर्फ श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए गाड़ी चलाना जारी रखा.

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