झझारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों का ऐलान हो गया है। महाराष्ट्र की 288 सीटों पर 20 नवंबर को चुनाव होंगे, जबकि झारखंड की 81 सीटों पर 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे। दोनों राज्यों में मतगणना 23 नवंबर को होगी। यानी 23 नवंबर को साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र और झारखंड में बाजी किसके हाथ में रही।
महाराष्ट्र की 288 सीटों की बात करें तो इसमें 234 सामान्य सीटे हैं जबकि एससी के लिए 29 और एसटी के लिए 25 सीटें रिजर्व हैं। प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 9.63 करोड़ है। तो वहीं झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में एससी के लिए 9 जबकि एसटी के लिए 28 सीटें आरक्षित हैं। प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 2.6 करोड़ हैं।
झारखंड में अभी हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार है। जबकि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार है। चुनाव की घोषणा होते ही सभी दलों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। इस बीच बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। उन्होंने ट्विट कर कहा है कि बीएसपी इन दोनों राज्यों में अकेले ही चुनाव लड़ेगी और यह प्रयास करेगी कि उसके लोग इधर-उधर न भटकें बल्कि पूरी तरह बीएसपी से जुड़कर परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान कारवाँ के सारथी बनकर शासक वर्ग बनने का अपना मिशनरी प्रयास जारी रखें।
1. यूपी सहित दूसरे राज्यों के चुनाव में भी बीएसपी का वोट गठबंधन की पार्टी को ट्रांसफर हो जाने किन्तु उनका वोट बीएसपी को ट्रांसफर कराने की क्षमता उनमें नहीं होने के कारण अपेक्षित चुनाव परिणाम नहीं मिलने से पार्टी कैडर को निराशा व उससे होने वाले मूवमेन्ट की हानि को बचाना जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) October 11, 2024
चुनाव के तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोनों राज्यों में चुनाव को लेकर की गई तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हाल में आयोग ने दोनों राज्यों का दौरा किया था। सारी तैयारियां बेहतर मिली है। दोनों राज्यों में प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए सभी तरह की सुविधाएं जुटाई गई है। लोगों को लंबी लाइनों में न लगने पड़े इसके लिए विशेष व्यवस्था और लाइनों के बीच में कुर्सी या बैठने के लिए बेंच आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए है। दोनों ही राज्यों के चुनाव करीब महीने भर में खत्म हो जाएंगे।’
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