कानपुर। महराजपुर इलाके की सरसौल बाजार में बुधवार की दोपहर तेज धमाके के साथ चार मकान जमींदोज हो गए. इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि कई अन्य जख्मी हैं. घायलों को चकेरी क्षेत्र के कांशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एनडीआरएफ की टीम मौके पर राहत और बचाव के कार्य में जुटी है. धमाके के कारणों की पड़ताल के लिए लखनऊ से एटीएस की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है. प्रारंभिक जांच के मुताबिक, दीपावली पर अवैध पटाखे बनाने के लिए भारी मात्रा में बारुद एकत्र किया गया था, जोकि विस्फोट का कारण बना.
पुलिस के मुताबिक, सरसौल बाजार में रघुनाथ सिंह उर्फ बाबू सिंह के मकान में बुधवार की दोपहर करीब एक बजे तेज धमाके के साथ जबरदस्त विस्फोट हुआ. इस धमाके में बाबू का मकान जमींदोज हो गया, जबकि अगल-बगल के चार अन्य मकान भी ढह गए. हादसे में बाबू सिंह के बड़े बेटे नीरज तथा दो अन्य लोगों की मौत हो गई. बाजार में खरीदारी करने आए कई लोग घायल भी हुए हैं. आशंका है कि मकानों के मलबे में कुछ अन्य लोग भी दबे होंगे. हादसे के बाद नर्वल मोड़ पर स्थित आईटीबीपी के क्षेत्रीय मुख्यालय से जवान पहुंचे और स्थानीय पुलिस के साथ राहत और बचाव कार्य शुरू कराया. विस्फोट में ज मी हुए लोगों को कांशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इलाके में तलाशी के लिए पांच थानों की फोर्स को मुस्तैद कर दिया गया है. डीआईजी सोनिया सिंह को खबर मिली है कि प्रत्येक बरस दीपावली में सरसौल तथा आसपास के इलाकों में अवैध पटाखों को बनाने का काम चलता है. इस इनपुट के बाद पुलिस को सरसौल कस्बे के संदिग्ध मकानों की तलाशी के काम में जुटा दिया है. अलबत्ता स्थानीय लोगों का कहना है कि बाबू सिंह के मकान में अवैध पटाखों के कारोबार के बारे में कोई सूचना नहीं थी. पुलिस के मुताबिक, बाबूसिंह और उसके लड़के अवैध पटाखों का काम करते हैं. इस काम में कुछ मजदूरों को भी लगाया गया था. मजदूरों की किसी चूक के कारण बारुद में धमाका होने से यह हादसा हुआ है.
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