Fact Check: सोशल मीडिया पर पैसे कमाने को लेकर राहुल गांधी का क्लिप फर्जी

By: विश्वास.News नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसके जरिए दावा किया जा रहा है कि उन्होंने कथित रूप से इंस्टाग्राम समेत सोशल मीडिया पर समय बिताने वाले युवाओं को हर महीने एक लाख रुपये दिए जाने का वादा किया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को फेक पाया। वायरल हो रहा वीडियो क्लिप ऑल्टर्ड वीडियो क्लिप है, जिसे उसके संदर्भ से अलग कर शेयर किया जा रहा है। ऑरिजिनल वीडियो में राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी पर देश में बढ़ती बेरोजगार का आरोप लगाते हुए कहा था कि केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से युवा अपना अधिकांश समय सोशल मीडिया पर बिता रहे हैं। साथ ही उन्होंने कांग्रेस की गारंटी की घोषणा करते हुए बताया कि उनकी सरकार बनने पर देश के युवाओं के लिए अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम की शुरुआत होगी और युवाओं को महीने के 8500 और साल के एक लाख रुपये मिलेंगे। लेकिन वायरल वीडियो क्लिप में उनके इन दोनों बयानों के संदर्भ को एडिटिंग के जरिए गायब कर दिया गया है, जिससे वायरल क्लिप के मायने मतलब बदल जा रहे हैं।

क्या है वायरल?
सोशल मीडिया यूजर ‘Shubhang Dubey’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “इंस्टाग्राम चलाओ फेसबुक चलाओ…और 10-10 बच्चे पैदा करो कांग्रेस आएगी तो मिडिल क्लास और वेल्थ क्रिएटर्स की जेब से निकाल के सबको लखपति बनाएंगे।” सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल
वायरल वीडियो मात्र 16 सेकेंड का है, जिसमें राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “……हमारे जो युवा हैं, आज सड़कों पर घूम रहे हैं, इंस्टाग्राम फेसबुक देख रहे हैं, उनके बैंक अकाउंट में साल का एक लाख रुपया, 8500 रुपया महीने का टकाटक टकाटक टकाटक हमारी सरकार डालेगी।”

स्पष्ट है कि वायरल क्लिप एडिटेड है, क्योंकि इससे राहुल गांधी की बात का संदर्भ साफ नहीं हो रहा है। वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें राहुल गांधी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर चार दिन पहले अपलोड किया हुआ मिला, जो बिहार के भागलपुर में हुई कांग्रेस की रैली का है। इस रैली में राहुल गांधी ने कांग्रेस की गारंटी की घोषणा करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर हमला बोला था। इसी दौरान उन्होंने युवाओं को नौकरी दिए जाने की कांग्रेस की योजना की घोषणा करते हुए कहा था, “….हिंदुस्तान के हर युवा को पहली नौकरी का अधिकारी हमारी अगली सरकार देने जा रही है। जैसे मनरेगा ने रोजगार का अधिकार दिया है, वैसे ही हम ग्रैजुएट को पहली नौकरी का अधिकार देंगे।”

वे आगे कहते हैं, “….ये जो अप्रेंटिसशिप वाली नौकरियां होंगी, ये प्राइवेट सेक्टर में होंगी, पब्लिक सेक्टर यूनिट्स में होंगी, सरकार में होंगी…तो करोड़ों युवाओं को ट्रेनिंग मिलेंगी, हिंदुस्तान को ट्रेन्ड वर्कफोर्स मिलेगा और हमारे जो युवा हैं, जो आज सड़कों पर घूम रहे हैं, इंस्टाग्राम, फेसबुक देख रहे हैं, उनके बैंक अकाउंट में साल का एक लाख रुपया और 8500 रुपये महीने का टकाटक टकाटक टकाटक टकाटक हमारी सरकार डालेगी।”

कई अन्य रिपोर्ट्स में भी राहुल गांधी की इस रैली का जिक्र है
वायरल वीडियो क्लिप को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह विशुद्ध रूप से चुनावी दुष्प्रचार है और सत्तारुढ़ दल की घबराहट को दिखाता है, जो राहुल गांधी के उठाए जा रहे मुद्दों और कांग्रेस की गारंटी से असहज है।”

चुनाव आयोग की सूचना (आर्काइव लिंक) के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत बिहार की कुल पांच लोकसभा सीटों पर मतदान होना है, जिसमें भागलपुर लोकसभा सीट भी शामिल है।

वायरल वीडियो को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब पांच हजार लोग फॉलो करते हैं और यह प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित है। चुनाव से संबंधित अन्य भ्रामक व फेक दावों की जांच करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनावी सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।

 चुनाव आयोग (आर्काइव लिंक) के मुताबिक, कुल सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान से हुई, जिसके तहत कुल 102 सीटों पर वोट डाले गए। अगले चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा, जिसके तहत कुल 89 सीटों पर वोटिंग होगी।

निष्कर्ष: राहुल गांधी के युवाओं को अप्रेंटिसशिप के जरिए रोजगार दिए जाने के वादे वाले भाषण के क्लिप को एडिट कर फेक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। बिहार के भागलपुर में चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर हमला बोलते हुए सोशल मीडिया पर खाली समय बिताने वाले बेरोजगार युवाओं को अप्रेंटिसशिप के जरिए नौकरी दिए जाने का वादा किया था, लेकिन वायरल वीडियो क्लिप में इस हिस्से को हटा दिया गया है, जिससे उनकी बात के मायने मतलब बदल जा रहे हैं।


Attribution: This story was originally published by Vishvas News and republished by Dalit Dastak as part of the Shakti Collective. Except for the headline this story has not been edited by Dalit Dastak staff.

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