नई दिल्ली। अपनी नई सियासी राह को तलाशने के लिए शरद यादव गुरूवार को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में साझी विरासत बचाओ के नाम पर एक सम्मेलन कर विपक्ष को एक जुट करने की कवायद में लगे हैं. शरद यादव के इस सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा गुलाम नवी आजाद के साथ 17 बड़े विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेता शामिल हुए.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी देश के हालात पर चिंता जताई, लेकिन किसी का नाम नहीं लिया. उन्होंने कहा कि भारत, चीन और पाकिस्तान का सामना किया जा सकता है, लेकिन दुर्भाग्यवश आज भीतर से खतरा है, बाहर से नहीं. अब्दुल्ला ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के अंदर कोई चोर बैठा हुआ है, जो हमारा बेड़ा गर्क कर रहा है.
केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पहले हमारी लड़ाई अंग्रेजो से थी लेकिन अब अपनों से है. खुद को हिन्दुस्तानी मुसलमान कहते हुए उन्हें फक्र होता है. लेकिन जो लोग जोड़ने की बात करते हैं वही बांटने में लगे हैं. पहले एक पाकिस्तान बना चुके है लेकिन अब पाकिस्तानी बनाने में लगे हैं. उनसे कहा जाता है कि वह वफादार नहीं है लेकिन पलटवार करते हुए वह कहते हैं कि आप दिलदार नहीं हैं. हम लोगों के पास 1947 में पाकिस्तान जाने का विकल्प था. लेकिन आज हमें पाकिस्तानी कहा जा रहा है. हम पाकिस्तानी या अंग्रेजी मुसलमान नहीं हैं, हम हिन्दुस्तानी मुसलमान हैं. फारूक अब्दुला ने कहा कि देश में ऐसा भ्रम फैलाया जा रहा है जैसे कश्मीर के मुसलमान पाकिस्तानी हैं.
Reporter/Jr. Sub Editor