नई दिल्ली। अनिल कुंबले ने टीम इंडिया के कोच पद से इस्तीफा क्यों दिया यह अब कोई राज की बात नहीं रह गई है. सोमवार रात को लंदन (इंग्लैंड) में क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) की बैठक में यह साफ हो गया था कि अब कुंबले का कोच पद पर बने रहना मुमकिन नहीं है. लेकिन इसके पीछे एक और खास वजह है जो कि अब सामने आ रही है. कुंबले और कोहली के बीच की खाई को गहरा करने में भारतीय खिलाड़ियों ने भी अहम भूमिका निभाई.
पाकिस्तान के हाथों चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में मिली हार के बाद कोच अनिल कुंबले ने कुछ खिलाड़ियों से निजी रूप से मैच में उनके प्रदर्शन को लेकर बात की. कुंबले ने खास तौर पर गेंदबाजों के खराब खेल को लेकर बात की थी. कुंबले को ये बात करना महंगा पड़ गया और टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार खिलाड़ियों ने इसकी शिकायत कप्तान कोहली से कर दी इसके बाद ड्रेसिंग रूम में अजीब सा माहौल बन गया.
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने साफ कर दिया कि कुंबले के साथ उनका तालमेल नहीं बन पा रहा है. वह उनके साथ कप्तानी करने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में दो विकल्प ही हो सकते थे. या तो कुंबले को हटाया जाए या फिर कोहली को. टीम इंडिया में सब कुछ सही नहीं चल रहा था यह तब साफ हो गया जब बीसीसीआइ द्वारा टिकट बुक कराए जाने के बावजूद कुंबले वेस्टइंडीज के दौरे पर रवाना नहीं हुए. हालांकि कुंबले ने इसकी वजह 22 जून को होने वाली आइसीसी की क्रिकेट समिति की बैठक को बताया. कुंबले इस समिति के प्रमुख हैं. फ्लाइट से कुछ घंटे पहले ही कुंबले ने टीम मैनेजमेंट को खबर दी कि वह टीम के साथ नहीं जा रहे हैं. बीसीसीआइ ने कुंबले को वेस्टइंडीज दौरे पर जाने के लिए कहा था और सीएसी इस बीच उनके और कोहली के संबंधों में आई दरार को कम करने में जुटी थी. बैठक में कोहली ने कुंबले को लेकर अपनी असहमति की बात खुलकर सामने रख दी थी. ऐसे में माना जा रहा था कि सीएसी दोनों के बीच कोई बीच का रास्ता निकाल लेगी, लेकिन कुंबले ने वेस्टइंडीज दौरे पर न जाकर इस मामले का पटाक्षेप करना बेहतर समझा.
कुंबले के जाने की एक वजह उनका बीसीसीआइ में कोई समर्थन न होना भी बताया जा रहा है. कुंबले का चयन सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने किया था, लेकिन उनके अलावा कुंबले को सपोर्ट करने वाला कोई नहीं था. वह टीम में अनुशासन को लेकर बेहद सख्त थे. उन्होंने कई बार प्रैक्टिस के दौरान भी खिलाड़ियों को लताड़ लगाई थी. कोच के तौर पर कुंबले कभी भी विराट की पहली पसंद नहीं रहे.

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