पटना। पड़ोसी देश नेपाल और बिहार में लगातार हुई भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से बिहार के विभिन्न जिलों में अब तक 253 लोगों की मौत की खबर है, जबकि बाढ़ से 18 जिलों के एक करोड़ 26 लाख 87 हजार लोग प्रभावित हुए हैं.
एनडीआरएफ की 28 टीम 1152 जवानों एवं 118 नौकाओं के साथ, एसडीआरएफ की 16 टीम 446 जवानों एवं 92 नौकाओं के साथ तथा सेना की 7 कालम 630 जवानों और 70 नौकाओं के साथ बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हुए हैं. राज्य सरकार द्वारा बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित निकाले जाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक अबतक 721704 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाके से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है और 1358 राहत शिविरों में 421824 व्यक्ति शरण लिए हुए हैं.
बिहार के 18 जिलों के बाढ़ प्रभावित होने के कारण पूर्वमध्य रेल और पूर्वी सीमांत जोन में रेल सेवाएं बाधित रहीं. पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि 20 अगस्त 2017 को खुलने वाली रद्द की गई ट्रेनों में 12524 नई दिल्ली-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस एवं 12436 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं.
बाढ़ प्रभावित बिहार के 18 जिलों किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, एवं खगडिया में से सबसे अधिक अररिया में 57 लोग, सीतामढी में 31, पश्चिमी चंपारण में 29, कटिहार में 23, पूर्वी चंपारण में 19, मधुबनी, सुपौल एवं मधेपुरा में 13-13, किशनगंज में 11, दरभंगा में 10, पूर्णिया में 9, गोपालगंज में 8, मुजफ्फरपुर, शिवहर एवं सहरसा में 4-4, खगडिया में 3, सारण में 2 में एक व्यक्ति की मौत हुई है.
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