काठमांडू। बाढ़ से केवल भारत ही नहीं नेपाल भी प्रभावित हो रहा है. भारत में बाढ़ और बारिश से अब तक सैकड़ों लोगो की मौत हो चुकी है और लाखों लोग अब तक प्रभावित हैं. प्रकृति का यह अब भी जारी है. न सिर्फ भारत में बल्कि पड़ोसी देश नेपाल में भी. नेपाल में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 55 लोग मारे गए हैं जबकि देश के मध्य हिस्से में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन जिले में 200 भारतीय सहित करीब 700 पर्यटक फंसे हुए हैं.
बाढ़ और भूस्खलन से 21 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इसने गृह मंत्रालय के ताजा आंकड़ों का हवाला देते हुए यह बताया है. चितवन में 100 से अधिक होटल आंशिक रूप से जलमग्न हो गए हैं. परसा जिले में 1000 से अधिक मकानों में पानी घुस गया है. चितवन राष्ट्रीय उद्यान के सौराहा में फंसे 700 पर्यटकों में करीब 200 भारत से हैं और इतनी ही संख्या में अन्य देशों से हैं. शेष नेपाली नागरिक हैं. गौरतलब है कि नेपाल सरकार की कैबिनेट ने कल एक आपात बैठक की थी. प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने जिला प्रशासनों को बचाव अभियान तेज करने को कहा है.
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया गया है कि मध्य और पश्चिमी मैदानों में भारी बारिश होने की संभावना है. इसने बताया कि मॉनसून धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है और पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है. अधिकारियों ने बताया कि पिछले शुक्रवार से बाढ़ और भूस्खलन के चलते नेपाल में मृतकों की संख्या बढ़ कर 55 हो गई है. उन्होंने बताया कि 36 लोग लापता बताए जा रहे हैं.

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