अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को Y श्रेणी की सुरक्षा मिली है. इंटेलिजेंस ब्यूरो ने हार्दिक पटेल पर हमले की आशंका जताई थी. आईबी के इनपुट के बाद केंद्र सरकार ने हार्दिक को Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. इसके तहत हार्दिक की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे, जिनमें 2 निजी सुरक्षा अधिकारी भी शामिल होंगे.
आरक्षण पर कांग्रेस का फार्मूला स्वीकारने के बाद हार्दिक पटेल की जान पर खतरा बढ़ गया है. जिसके कारण ये सुरक्षा दी गई है. हार्दिक ने ऐलान किया था कि हम कांग्रेस को सीधा समर्थन नहीं दे रहे हैं लेकिन हम भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे.
गौरतलब है कि CISF देश के 60 वीआईपी की सुरक्षा का जिम्मा संभालती है. यह सुरक्षा उन लोगों को मुहैया कराई जाती है जिनकी जान को खतरा होता है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
सेंट्रल इंटेलीजेंस और सुरक्षा एंजेसियों ने उन लोगों की लिस्ट तैयार की थी जिनकी जान के खतरा है. इस लिस्ट में हार्दिक पटेल का भी नाम शामिल था. इससे पहले हार्दिक पटेल ने सुरक्षा लेने से मना कर दिया था. हार्दिक ने आरोप लगाया था कि सरकार उन्हें सुरक्षा इसलिए देना चाहती है कि वह उनकी जासूसी करा सके.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।