डीडी डेस्क- कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ ने भारत में दस्तक दे दी है. मिल रही खबरों के अनुसार भारत के कर्नाटक राज्य में दो लोग पॉजिटिव मिले हैं. हालांकि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा है कि नए वैरिएंट का संक्रमित लोगों पर कोई खास असर नहीं दिख रहा है.
ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित देशों में अब भारत भी शामिल हो गया है. अब तक 29 देशों में इस नए वैरिएंट की दहशत देखने को मिल रही थी और अब भारत में भी इसके शामिल हैं.
डर को बढ़ाया!
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ ने दुनियाभर में संक्रमण के डर को बढ़ा दिया है. ओमिक्रॉन वैरिएंट दूसरी लहर के ‘डेल्टा वेरिएंट’ से कहीं ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि ये डेल्टा की तुलना में पांच गुना ज्यादा तेजी से फैलता है. इस वैरिएंट की पहचान दक्षिण अफ्रीका के शोधकर्ताओं द्वारा की गई थी.
डब्लूएचओ ने चेताया
इस नए वैरिएंट को लेकर वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (डब्लूएचओ) ने भी चेताया है. डब्लूएचओ ने इसे हाई रिस्क वैरिएंट बताया है और लोगों को खासी सावधानी बरतने को कहा है. साथ ही, डब्लूएचओ ने इस वेरिएंट ऑफ कंसर्न की कैटेगरी में रखा है ओमिक्रॉन वैरिएंट की जानकरी मिलते ही दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों की हवाई यात्राओं पर रोक लगा दी गई है. भारत में भी 15 दिसंबर से शुरू होने वाली हवाई यात्राओं को फ़िलहाल टाल दिया गया है.
यहां से हुई पहचान
इसकी पहचान तब हुई अब दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़े टेस्टिंग लैब की हेड रकील वियाना कोरोना वायरस के 8 सैंपल्स की जीन सिक्वेंसिंग कर ही रही थी कि अचानक उन्होंने टेस्ट किए गए सैंपल में बड़ी संख्या में म्यूटेशन होते देखा. खास कर स्पाइक प्रोटीन पर जिसका इस्तेमाल कर ही कोरोना वायरस मानव शरीर में दाखिल हुआ था.
डॉक्टर्स ने किया सावधान!
नए वैरिएंट को लेकर भारतीय डॉक्टर्स ने सावधान करते हुए कहा है कि ये वैरिएंट कई गुना तेजी से फ़ैल सकता है. उन्होंने मीडिया को बताया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति एक बार में 18 से 20 लोगों तक इस वायरस को फ़ैलाने में सक्षम है. इस बीच, सरकार ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है, जागरुकता बनाएं रखें. लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग जारी रखें, मास्क का इस्तेमाल करें और भीड़भाड़ से बचें.

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