चेन्नई। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बाद अब तमिलनाडु में बारिश का कहर जारी है. चेन्नई और आस-पास के तटीय जिलों में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. इस भारी बारिश के चलते खबर लिखे जाने तक 12 लोगों की मौत की खबर है. तेज बारिश ने चेन्नई के मयलापुर, फोरशोर एस्टेट और तांब्रम, क्रोमपेट और पल्लवरम के दक्षिणी उपनगरों को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है.
तमिलनाडु के चेन्नई में भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन रही है. कई इलाकें जलमग्न हैं. विख्यात मरीना बीच में भी सर्विस लेन तक पानी भर चुका है. मरीना बीच इलाके में सबसे ज्यादा 30 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं एक ओर जहां पावर कट की वजह से कई हिस्सों में अंधेरा छाया रहा, वहीं वॉटर लॉगिंग की वजह से थिरुवरुर इलाके के पास मनल अगाराम में एक किसान के बिजली के तारों के चपेट में आने से मौत हो गई. इस तरह 27 अक्टूबर के बाद नॉर्थ ईस्ट मॉनसून बारिश की वजह से मरने वालों की संख्या 12 हो चुकी है.
चेन्नई, थिरुवलुर और कांचीपुरम जिले में 31 अक्टूबर से ही स्कूल और कॉलेज बंद हैं. अन्ना यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास ने अपनी सेमेस्टर परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा कर दी है. वहीं सरकार ने प्राइवेट कंपनियों से अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का ऑप्शन देने को कहा है. उत्तर चेन्नई में व्यासरपदी और ओरी, मध्य चेन्नई में पश्चिम अन्ना नगर और दक्षिण चेन्नई में मदिपक्कम में बहुत ज्यादा पानी भर गया है. 10 हजार एकड़ जमीन के पानी में डूब जाने की वजह से वेदारण्यम इलाके में नमक का उत्पादन रुक गया है.

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