भोपाल। दीपावली के बाद भाईदूज का दिन. गांव के सवर्ण समाज के लोगों ने खेत की मेड़ से निकल रहे अहिरवार समाज के एक व्यक्ति को यह कहकर रोक दिया है अगर तेरा पैर हमारे खेत में पड़ गया तो फसल नष्ट हो जाएगी. इसलिए अब सरकारी रास्ते से घूमकर जाना. जो एक किलोमीटर दूर है. अहिरवार समाज द्वारा विरोध करने पर विवाद बढ़ गया.
10 नवंबर को गांव की एक सामूहिक बैठक बुलाई गई. इसमें सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने वाले गुलाब सिंह अहिरवार के भाई को बुलाया गया. सवर्ण समाज के लोगों ने पंचनामा बनाया. इसको गांव के चौराहे पर चस्पा कर दिया गया. इसमें लिखा गया कि अहिरवार समाज के लोगों की अगर किसी ने दाढ़ी-कटिंग बनाई तो उसे जान से मार देंगे. यह भी फरमान जारी किया गया कि अहिरवार समाज के लोग नजरे झुकाकर निकलें. होटल में इन्हें गिलास की जगह चुल्लू में पानी दिया जाए. यह भी हिदायत दी गई कि मेले में नए कपड़े पहनकर न जाएं. औरतें सजधज के न निकलें. यदि कोई ऐसा करेगा तो ठीक नहीं होगा. यदि समाज के लोग शिकायत करेंगे तो घर जला दिया जाएगा.
ये बातें बैरसिया के नायसमंद गांव में अहिरवार समाज के लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग और मीडियाकर्मियों को बताई. बीते मंगलवार को कलेक्टर के पास हुई शिकायत के बाद अफसर गांव में लोगों से बातचीत करने पहुंचे थे. लोगों की बात सुनकर सब सन्न रह गए. बैरसिया एसडीओ बीना सिंह और एसडीएम राजीव नंदन श्रीवास्तव ने रहवासी जंगबहादुर सोलंकी और प्राण सोलंकी से इस संबंध में पूछताछ की तो उन्होंने ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया.
सामूहिक भोज कल
मामले खत्म करने और गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम राजीव नंदन श्रीवास्तव ने शुक्रवार(18 नवंबर) को गांव में सामूहिक भोजन करने का आदेश दिया है. इसमें अहिरवार समाज के लोग खाना परोसेंगे और सभी खाना खाएंगे. गांव में पुलिस बल तैनात है.
गांव में दाढ़ी बनाने और बाल काटने पर रोक
सीएम हेल्पलाइन में गुलाब सिंह अहिरवार ने 10 दिसंबर 2015 को शिकायत की थी. इसमें बताया गया कि सेन समाज, अहिरवार जाति के पुरुषों के दाढ़ी-बाल नहीं काटते हैं. एक साल बाद 3 नवंबर को नजीराबाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. अजाक डीएसपी दिनेश जोशी के निर्देश पर पुलिस ने एक स्थानीय नाई से पांचों लोगों की शेविंग-कटिंग करा दी. इस घटना से नाराज गांव के पूरे सेन समाज ने अहिरवार समुदाय के लोगों की हजामत बंद कर दी.
साभारः दैनिक भास्कर

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