नई दिल्ली। पत्राचार के जरिए शिक्षा हासिल करने के सबसे बड़े केंद्र इग्नू ने एक बड़ा फैसला किया है. इग्नू ने कहा है कि वह अब किन्नरों को मुफ्त शिक्षा देगा. इग्नू के इस फैसले के बाद नाच-गाना छोड़कर आगे बढ़ने के किन्नर अब अपने जीवन में बेहतर कर सकेंगे. साल 2017 जुलाई में सुधा पहली किन्नर थी जिसने इग्नू में एडमिशन लिया था.
किन्नर समुदाय के लोगों के लिए इग्नू ने सभी पाठ्यक्रमों में नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था कर दी है. इसके साथ ही इग्नू में विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले की तिथि भी बढ़ा दी गयी है. अब विद्यार्थी 31 जनवरी 2018 तक एडमिशन ले सकते हैं, जिसकी प्रवेश परीक्षा चार मार्च 2018 को आयोजित की जाएगी.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।