नई दिल्ली। दुनियाभर में चर्चित डिजिटल करंसी बिटकॉइन में लगातार बढ़ती निवेशकों की संख्या के साथ-साथ आयकर विभाग ने भी अपनी जाँच का दायरा बढ़ा लिया है. इसके तहत देशभर में चार से पाँच लाख अति धनाढ्य व्यक्तियों (हाई नेटवर्थ इंडिविजुवल्स) को आयकर विभाग की ओर से नोटिस जारी किया जाएगा. इसके पीछे का मुख्य उद्देश्य बिटकॉइन एक्सचेंज में कारोबार की आंड़ में टैक्स चोरी करने वाले कारोबारियों पर लगाम लगाना है.
आयकर विभाग की जाँच यूनिट द्वारा किए गये सर्वे के मुताबिक, इन एक्सचेंजों में अनुमानत: 20 लाख इकाइयां रजिस्टर्ड थीं, जिनमें से चार से पांच लाख ऑपरेशनल हैं और कारोबार एवं निवेश कर रही हैं. जिन कारोबारियों को यह नोटिस भेजा जाएगा उन्हें अपनी वित्तीय जानकारी देनी होगी, जिसके आधार पर तय की गई कर मांग पर पूंजीगत लाभ कर का भुगतान करना होगा. हालांकि बिटकॉइन जैसी डिजिटल करंसीज फिलहाल भारत में अवैध हैं, लेकिन आयकर विभाग ने मौजूदा प्रावधानों के तहत कार्रवाई की है. साल के शुरुआत से अब तक बिटकॉइन की कीमत में 100 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला है, जिससे इसकी कीमत 10,000 डॉलर से बढ़कर 20,000 डॉलर तक पहुँच चुकी है. इसके साथ ही रिज़र्व बैंक ऑफ. इंडिया ने आभासी मुद्रा में निवेश करने पर चेतावनी देते हुए इसे अवैध बताया है.
पीयूष शर्मा
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।