भारत जब आजादी की तैयारियों में मशगूल है, उसी दौरान विदेशों से भारत के लिए एक शर्मनाक खबर आई है. गुजरात के उना में दलितों पर हुए जुल्म को लेकर भारत से बाहर भी विभिन्न देशों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. अमेरिका के विभिन्न शहरों में सिलसिलेवार रूप से विरोध प्रदर्शनों का आयोजन किया जा रहा है. देश के लिए शर्मनाक बात यह है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारत के लिए ‘Atrocity Nation’ जैसे शब्द का इस्तेमाल किया है. अमेरिका सहित कुछ अन्य देशों के विभिन्न शहरों में 12 अगस्त से ही विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू है.
भारत में दलितों के मानवाधिकार और उन पर हो रहे जुल्म के खिलाफ इस प्रदर्शन की शुरुआत 12 अगस्त को बोस्टन में हुई. इसके बाद 13 अगस्त को न्यू जर्सी एवं सन फ्रांसिस्को और 14 अगस्त को फिलाडेल्फिया में लोग दलितों पर ज्यादती के खिलाफ सड़कों पर उतरें. 16 अगस्त को टोकियो में विरोध प्रदर्शन के लिए लोग घरों से बाहर निकलेंगे. यह प्रदर्शन 20 अगस्त तक लगातार होंगे.
लंडन और कनाडा में 20 अगस्त को प्रदर्शन आयोजित किया गया है, जबकि आने वाले दिनों में जर्मनी, आस्ट्रेलिया, टोरंटो, स्विटजरलैंड और पोलैंड के लोग भी भारत में दलितों के सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने और मानवाधिकार दिए जाने की मांग करेंगे. यह विरोध प्रदर्शन AIM, AANA और AIC द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित किया गया है. इन संगठनों ने भारत में दलितों पर हुए अत्याचार को शर्मनाक बताया है.