भारत ने रविवार को ओवल में खेले गए मुकाबले में पांच बार की विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलियाई टीम को 36 रनों से मात दी. भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 352 रनों का स्कोर बनाया. जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 316 रन बनाकर आउट हो गई. भारत की ओर से शिखर धवन ने शानदार शतक लगाया. इसके बाद भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने तीन-तीन विकेट लिए.
ऑस्ट्रेलियाई टीम की यह हार इस लिहाज से भी बड़ी है क्योंकि उसे 20 साल और 19 मैचों बाद विश्व कप में रनों का पीछा करते हुए हार का सामना करना पड़ा है. बीते चार विश्व कप में उसने कभी भी रनों का पीछा करते हुए कोई मैच नहीं गंवाया था.
वर्ल्ड कप में रनों का पीछा करते हुए कंगारू टीम को आखिरी बार 1999 में हार का सामना करना पड़ा था. उस मैच में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर 8 विकेट पर 275 रन बनाए थे. पाकिस्तान की ओर से इंजमाम उल हक ने 81 रनों की पारी खेली थी. इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 265 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी. हालांकि फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 8 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा किया था. इसके बाद उसे कभी विश्व कप में रनों का पीछा करते हुए हार का सामना नहीं करना पड़ा.
2003 और 2007 के विश्व कप में विजेता बनी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पूरे टूर्नमेंट में कोई मैच नहीं हारा था. हालांकि 2011 में उसे लीग मैच में पाकिस्तान और फिर विश्व कप क्वॉर्टर फाइनल में उसे भारत से हार का सामना करना पड़ा था लेकिन दोनों मौकों पर ऑस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाजी कर रही थी. 2015 के विश्व कप में विजेता बनी कंगारू टीम को लीग मैच में कंगारू टीम से 1 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था.
Read it also-युवराज ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।