ऩई दिल्ली। लंबे विवाद के बाद फिल्म ‘इंदु सरकार’ के निर्माता और निर्देशक मधुर भंडारकर के लिए सुप्रीम कोर्ट से एक सुकून भरी खबर आई है. सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म पर रोक लगाने से संबधित याचिका को खारिज कर दिया है जिसके बाद फिल्म कल यानी 28 जुलाई को रिलीज होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए कहा कि ये आर्टिस्टिक अभिव्यक्ति के पैमाने पर कानून के दायरे में है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी. कोर्ट ने ये भी कहा कि ये क्या कानून है कि फिल्म की रिलीज से पहले किसी व्यक्ति की रजामंदी होनी चाहिए. कोर्ट ने माना कि ये फिल्म कोई डॉक्यूमेंट्री नहीं है. कोर्ट ने कहा कि एक फिल्म की स्क्रिप्ट में ड्रामा होना चाहिए.
आपको बता दें कि खुद को संजय गांधी की जैविक संतान बताने वाली प्रिया पॉल नामक महिला ने इस फिल्म के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. ‘इंदु सरकार’ पहले सेंसर बोर्ड के पास अटकी हुई थी जिसे पिछले हफ्ते ही बोर्ड ने मंजूरी दी है. इसके अलावा इस फिल्म का विरोध कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता भी कर रहे हैं.
कांग्रेस ने सेंसर बोर्ड से मांग की थी कि फिल्म पहले उन्हें दिखाई जाए, कांग्रेस की इस मांग को मधुर भंडारकर ने सिरे से खारिज कर दिया था. असल में फिल्म इमरजेंसी के बैकग्राउंड पर बनाई गई है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।