ISRO के सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजे गए कार्टोसैट-2 सीरीज के ‘आई इन द स्काई’ सैटलाइट के सफलत लॉन्च के बाद भारतीय सेना और मजबूत हो गई है. भारतीय सेना के पास अब दुश्मन देशों पर नजर बनाए रखने के लिए 13 सैटलाइट्स हो गए हैं.
भारतीय सेना सैटलाइट्स के माध्यम से जल और थल दोनों जगहों पर सेना देश के दुश्मनों पर रखेगी. सूत्रों की माने तो इन रिमोट सेंसिंग सैटलाइट्स में से अधिकांश को पृथ्वी के काफी करीब रखा गया है. रिमोट सेंसिंग उपग्रह की विभेदन क्षमता 0.6 मीटर की है. इसका अर्थ यह है कि यह पहले से भी छोटी चीजों की तस्वीरें ले सकता है.
सूत्रों की माने तो इसके माध्यम से आतंकी शिविरों और बंकरों आदि की पहचान के लिए किया जा सकता है. वहीं भारतीय सेना अब अब भारतीय सेना कार्टोसेट-2 सैटेलाइट के साथ कार्टोसेट-1, रीसेट-1 और रीसेट-2 सेटेलाइट से भी भारत के दुश्मनों की निगरानी करेगी. हालांकि इनमें से कुछ सैटलाइट्स को जिओ ऑर्बिट में भी रखा गया है.
भारतीय नेवी जी-सेट सेटेलाइट के माध्यम से समंदर में होने वाली हर हलचल पर अपनी नजर रखेगी. नेवी इसकी सहायता से दुश्मनों की हर गतिविधियों पर नजर रखेगी. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर युद्धपोतों, पनडुब्बियों, विमानों से सम्पर्क साध सकेगें.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।