दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हुई हिंसा का मामला अब भारत से निकल कर अंतरराष्ट्रीय मामला बन गया है। दुनिया भर से इस हिंसा पर प्रतिक्रिया आ रही है। इसी कड़ी में अब महान अंतरराष्ट्रीय महिला टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा का भी नाम जुड़ गया है। 18 ग्रैंडस्लेम सिंगल्स जीतने वाली मार्टिना नवरातिलोवा ने जहांगीरपुरी हिंसा पर ट्विट करते हुए सीधे पीएम मोदी से सवाल पूछ लिया है।
दरअसल दिग्गज खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की पत्रकार राणा अयूब के एक पोस्ट को रि-ट्विट करते हुए पीएम मोदी से सवाल पूछा है। राणा अयूब ने इंडिया टुडे की एक खबर को ट्विटर पर साझा किया है। इस खबर में हिन्दू समाज के युवा 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर हथियारों से लैस होकर जुलूस निकालते नजर आ रहे हैं। रास्ते की मस्जिद से गुजरने के दौरान ये हिन्दू कट्टरपंथी हथियारों को हवा में लहराते हुए साफ दिख रहे हैं। इस दौरान जय श्रीराम के नारे भी उन्मादी तरीके से लगाया जा रहा है। राणा अयूब ने इसी वीडियो को साझा करते हुए सवाल उठाया है कि हिन्दू कट्टरपंथियों की इस हड़कत के मामले में 14 मुस्लिम को दोषी के तौर पर गिरफ्तार किया गया है।
Communal riots broke out in the national capital, New Delhi. Look at this video, Hindu fundamentalists brandishing pistols and arms while passing through mosques. And guess what, 14 Muslims have been arrested as accused. This is just miles away from the residence of Narendra Modi pic.twitter.com/hx7lupPOdW
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) April 17, 2022
मार्टिना नवरातिलोवा ने राणा अयूब के इसी ट्विट को रि-ट्विट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से सवाल पूछा है कि यह स्वीकार्य नहीं है.. है न मोदी दी। मार्टिना ने लिखा है- Certainly this is not acceptable, right Modi?
इस ट्विट के जरिये सवाल उठाने पर कई भारतीयों ने मार्टिना की तारीफ की है।
Certainly this is not acceptable, right Modi? https://t.co/fy8gIjqx2w
— Martina Navratilova (@Martina) April 17, 2022
महेंद्र शाह नामक यूज़र ने ट्वीट किया, “मार्टिना भारत के मामलों में रुचि दिखाने के लिए शुक्रिया। मैं भारतीय हूं और टेनिस का बड़ा फ़ैन हूं। भारत ग़लत दिशा में जा रहा है। एक गंभीर सांप्रदायिक हिंसा भारत में होगी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस पर बोलने की ज़रूरत है। एक बार फिर शुक्रिया।”
दरअसल जिस तरह यह घटना घटी और उसके बाद मामले को शांत करने की बजाय सरकार मामले को जिस तरह लगातार लंबा खींच रही है, उससे मोदी सरकार की मंशा पर दुनिया भर से सवाल उठने लगे हैं।

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