लखनऊ। देश भर से गैर भाजपा नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने की मुहिम चला रही भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में भी सेंधमारी कर दी है. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के दो और बसपा के एक एम.एल.सी जयवीर सिंह ने भाजपा ज्वाइन कर लिया है. ठाकुर जयवीर सिंह फिलहाल बहुजन समाज पार्टी से एम.एल.सी थे. वह अलीगढ़ से बसपा के सांसद भी रह चुके हैं. पार्टी छोड़ने पर बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा और जयवीर सिंह दोनों को निशाने पर लिया है. बसपा प्रमुख ने कहा है कि भाजपा की सत्ता की भूख अब हवस में बदल गई है. इसके लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है जो देश के लोकतंत्र के लिए खतरा है.
उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल शनिवार सुबह शुरू हो गई, जब अमित शाह लखनऊ पहुंचे. शाह तीन दिन के यूपी दौरे पर हैं. उनके लखनऊ पहुंचते ही सपा के दो और बसपा के एक विधान परिषद सदस्य ने अपनी-अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया. सपा से इस्तीफा देने वाले एमएलसी बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह हैं. शाह के दौरे के पहले ही दिन हुए इस घटनाक्रम के बाद सभी विपक्षी पार्टियां सतर्क हो गई हैं. जयवीर सिंह के इस्तीफा देने के दौरान उनके साथ चुनाव से पहले बसपा छोड़ भाजपा में गए स्वामी प्रसाद मौर्या भी मौजूद थे.
इस राजनीतिक घटनाक्रम के तुरंत बाद बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रेस रिलीज जारी कर भाजपा पर आरोप लगाया कि मणिपुर, गोवा, बिहार और गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश का राजनीतिक घटनाक्रम इस बात का प्रमाण है कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र का भविष्य खतरे में डाल दिया है. जयवीर सिंह पर टिप्पणी करते हुए उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जयवीर सिंह को भाजपा के सरकारी शोषण व आतंक का मुकाबला करना चाहिए था, न कि बीजेपी एंड कंपनी के सामने अपने हथियार डालना चाहिए था.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।