जांजगीर। दलित युवक की पुलिस चौकी में मौत के बाद बवाल खड़ा गया है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी अजय यादव ने मुलमुला थाने के थाना प्रभारी उप निरीक्षक जितेन्द्र सिंह राजपूत और दो आरक्षक सुनील धु्रव व दिलहरण मिरी को कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है. आरोप है कि थाना प्रभारी ने जातिगत भेदभाव के आधार पर दलित युवक से मारपीट की. थाना प्रभारी ने युवक को इतना पीटा की उसकी मौत हो गई. मौत की खबर सुनकर जब परिजनों ने विरोध किया तो थाना प्रभारी उन्हें भी धमकी देने लगा और कहा कि हां मैंने मारा… कर लो जो करना है. यह सुन परिजनों और ग्रामीणों आक्रोश फैल गया. मृतक सतीश नोरगे के शव पर चोट के गहरे जख्म पुलिस की बेरहम पिटाई को बयां कर रहा है. लोगों का आक्रोश भी इसी को लेकर बना हुआ है. युवक के शरीर का अधिकांश हिस्सा पिटाई की वजह से सूजा हुआ है. युवक के शरीर पर काले गहरे धब्बे बने हुए है. रविवार की सुबह से ही नरियरा के समीप एनएच पर आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम कर दिया गया.
गौरतलब है कि नरियरा निवासी सतीष नारंगे (34 साल) गुरूवार 15 सितम्बर की सुबह 11 बजे बिजली समस्या को लेकर नरियरा उपकेन्द्र गया था. इस दौरान वहां पर उपस्थित विभाग के उच्च जाति के कर्मचारियों से विवाद हो गया. विवाद बढ़ता देख विद्युत मण्डल के कर्मचारियों ने मुलमुला थाने को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस दलित युवक को अपने साथ थाने ले आयी. जहां युवक की बेरहमी से पिटाई कर लॉकअप में बंद कर दिया. जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गयी. तबियत बिगड़ते देख उसे पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस घटना की जानकारी मिलते ही परिजन सहित आसपास के लोग बुरी तरह आक्रोशित हो कर पामगढ़ एसडीएम कार्यालय के सामने युवक के शव को रखकर विरोध करने लगे. बढ़ते तनाव की सूचना मिलते ही कलेक्टर एस. भारतीदासन, पुलिस अधीक्षक अजय यादव सहित अन्य बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच स्थिति नियंत्रण में करने में लगे हुए थे. परिजनों की मांग है कि मुलमुला थाना प्रभारी सहित पूरे स्टाफ पर हत्या का मामला दर्ज किया जाये.
इस संबंध में मिल रही जानकारी की माने तों मृतक युवक को मुलमुला पुलिस गुरूवार की शाम थाने ले गई थी. जबकि किसी भी आरोपी को लॉकअप में 24 घण्टे से ज्यादा पूछताछ के लिए नहीं रखा जा सकता. ऐसे में मुलमुला पुलिस बिना एफआईआर तथा न्यायायिक आदेश के युवक को लॉकअप में रखा जाना पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है. बहरहाल आलाधिकारी किसी तरह तनाव खत्म करने के प्रयास में जुटे हुए है.
नरियरा के दलित युवक की पुलिस की पिटाई से हुई मौत को लेकर गृह ग्राम नरियरा में भी स्थिति तनाव पूर्ण होने की जानकारी आ रही है. नारंगे की मृत्यु की जांच के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जाएगी. इसे लेकर एसपी अजय यादव ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा है. पत्र में बताया गया है नरियरा निवासी मृतक सतीष नारंगे पिता राजाराम को खूंटीघाट नरियरा पावर सब स्टेशन के संचालक की शिकायत पर 17 सितम्बर को थाना मुलमुला लाया गया था. पुलिस अभिरक्षा में उसे स्वास्थ केन्द्र भेजा गया था. स्वास्थ केन्द्र में चिकित्सा अधिकारी द्वारा सतीष नारंगे को मृत घोषित किया गया.

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