पटना। जनता दल यूनाइटेड में सिंबल को लेकर चल रही तकरार खत्म हो गई. चुनाव आयोग ने जदयू के चुनाव चिन्ह तीर पर अपना फैसला सुनाते हुए कहा है कि चुनाव चिन्ह ‘तीर’ पर शरद यादव का नहीं, बल्कि नीतीश कुमार का हक है. चुनाव आयोग के फैसले के बाद नीतीश गुट में खुशी की लहर है.
जदयू नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने इस फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि पार्टी के पक्ष में चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला दिया है और इस फैसले का गुजरात चुनाव पर बड़ा असर पड़ेगा, उन्होंने कहा कि सच्चाई की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि यह शरद यादव के साथ ही कांग्रेस की भी बड़ी हार है.
संजय झा ने कहा कि कांग्रेस इस पूरे खेल में शामिल थी और अब कांग्रेस के हाथ कुछ नहीं लगा है, इससे सबसे बड़ा घाटा शरद यादव को ही हुआ है.
जदयू नेता नीरज कुमार ने शरद यादव पर हमला करते हुए कहा कि अब शरद जी लालू यादव-लालू यादव करेंगे. चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुना दिया है, अब शरद यादव क्या करेंगे? दरअसल वो लोगों के बहकावे में आकर बेवजह की जिद पाल लिए थे, अब तेजस्वी और तेजप्रताप के चाचा बनेंगे.
बता दें कि शरद यादव और नीतीश कुमार के गुट ने पार्टी सिंबल पर अपनी-अपनी दावेदारी पेश की थी और फैसला चुनाव आयोग को देना था और आज आयोग ने नीतीश के पक्ष में फैसला दे दिया है.
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दर्ज जानकारी के मुताबिक, 23 अप्रैल 2016 को नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने अक्टूबर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की, जिसमें शरद यादव सहित कुल 195 लोगों के नाम शामिल हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय कार्यकारिणी में से 138 लोगों का समर्थन नीतीश कुमार को प्राप्त है, जो कि हलफनामे के साथ चुनाव आयोग को सौंपा गया था.

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