भीमा-कोरेगांव हिंसा में मामला दर्ज होने के बाद शुक्रवार को जिग्नेश मेवाणी दिल्ली पहुंचे. इस दौरान मेवाणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से महाराष्ट्र हिंसा पर बयान देने की मांग की. दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मेवाणी ने कहा कि खुद को अंबेडकर का भक्त बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिर महाराष्ट्र हिंसा पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं?
एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद मेवाणी ने साफ किया कि मैं ना ही कभी भीमा-कोरेगांव गया और न ही मैंने कोई भड़काऊ भाषण दिया. मुझ पर इस तरह के आरोप लगाकर भाजपा मुझसे गुजरात में हुई हार का बदला ले रही है. साफ है कि कहीं न कहीं 2019 में उनको मुझसे खतरा दिख रहा है. यही वजह है कि मुझ पर जानबूझकर इस तरह के इल्ज़ाम लगाए जा रहे हैं.
खुद को राष्ट्रीय दलित नेता के तौर पर स्थापित करने जुटे जिग्नेश मेवाणी ने 9 जनवरी को दिल्ली में युवा हुंकार रैली का आयोजन करने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि इस रैली के बाद वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने जाएंगे.

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