नई दिल्ली। बजट के बाद एक बात लगभग तय होती है. सत्ता पक्ष जहां बजट की तारीफ करता है तो वहीं विपक्षी दल बजट की कमियां गिनाता नजर आता है. बावजूद इसके बजट के बाद कुछ विशेष नेताओं और दलों की टिप्पणियों को काफी तव्वजो दी जाती है. आइए डालते हैं ऐसी टिप्पणियों पर नजर, और देखते हैं कि किसने क्या कहा?
बजट में बिहार के लिए कुछ नहीं- तेजस्वी यादव
आरजेडी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि बजट में बिहार के लिए कुछ भी नहीं. बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं मिला. नीतीश कुमार बताए क्या यही उनके लिए डबल इंजन है? नीतीश की वजह से ही बीजेपी की केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
केवल अमीरों की हिमायती है सरकार- अखिलेश
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि गरीब-किसान-मजदूर को निराशा, बेरोजगार युवाओं को हताशा. कारोबारियों, महिलाओं, नौकरीपेशा और आम लोगों के मुंह पर तमाचा. ये जनता की परेशानियों की अनदेखी करने वाली अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट है. आखिरी बजट में भी बीजेपी ने दिखा दिया कि वो केवल अमीरों की हिमायती है. अब जनता जवाब देगी.
गंभीर परिणाम आएंगे- चिदंबरम
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि 2018-19 के बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में फेल हुए हैं और इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.2% पर रखा गया था, लेकिन इसके 3.5% पर पहुंचने का अनुमान है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।