नई दिल्ली। 5वें टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए जूझना पड़ा. वजह लोकेश राहुल और ऋषभ पंत रहे. इन दोनों ने असाधारण रूप से छठे विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी कर डाली. ओपनर लोकेश राहुल (149) और युवा ऋषभ पंत (114) ने करियर की यादगार पारी खेलकर टीम इंडिया के जीत की उम्मीद जगाई और इंग्लैंड के दिल में रेकॉर्ड हार का डर पैदा कर दिया, लेकिन एक बार जैसे ही यह जोड़ी टूटी, यह तय हो गया कि अब पंत और राहुल के बीच हुई छठे विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी हुई, जो चौथी इनिंग में किसी भी विकेट के लिए भारत की ओर से दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है. यह साझेदारी इसलिए भी मायने रखती है, क्योंकि भारत संघर्ष कर रहा था. शायद ही किसी को इन दोनों से इस तरह के खेल की उम्मीद रही होगी. बता दें कि इससे पहले इसी मैदान पर 1979 में सुनील गावसकर और चेतन चौहान ने पहले विकेट के लिए 213 रनों की साझेदारी की थी. चौथी पारी में यह किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है.
इस मामले में तीसरे नंबर पर राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली की जोड़ी है, जिसने 1998-99 में न्यू जीलैंड के खिलाफ हेमिल्टन में तीसरे विकेट के लिए नाबाद 194 रन जोड़े थे. विराट कोहली और मुरली विजय ने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में 185 रन जोड़े थे, जो चौथी बड़ी साझेदारी है.
इंग्लैंड ने ओवल टेस्ट 118 रन से जीतने के साथ ही पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज को 4-1 से अपने नाम कर लिया. बता दें कि सीरीज के आखिरी टेस्ट की आखिरी पारी में जब भारतीय टीम ने 464 रन के विशाल लक्ष्य के सामने दो रन के योग पर ही अपने तीन अहम विकेट गंवा दिए, तब सिर्फ लाज बचाने की बात हो रही थी.
चौथे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3 विकेट पर 58 रन बनाए थे और अंतिम दिन फैंस बस यही उम्मीद कर रहे थे कि बल्लेबाज बोर्ड पर इतने रन टांग दें, जिससे शर्मनाक हार से बचा जा सके. लेकिन, आखिरी दिन भारत इतिहास रचने के करीब पहुंच जाएगा, यह किसी ने भी नहीं सोचा था.
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