सीहोर, मध्य प्रदेश। जातिवादी गुंडे अपनी जातीय श्रेष्ठता बनाए रखने के लिए अक्सर दलितों को निशाना बनाते हैं। मध्य प्रदेश के सीहोर में ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां जातिवादी समाज ने एक दलित परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया है। परिवार ने न्याय के लिए जिला कलेक्टर से गुहार लगाई है। मामला सीहोर जिले के बकतरा गांव की है। घटना एक मार्च 2025 की बताई जा रही है।
खबर के मुताबिक दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले राधेश्याम वंशकार अपने मकान का निर्माण करवा रहे थे। इस दौरान उनका गांव के जातिवादी गुंडों से विवाद हो गया। इस विवाद को लेकर राधेश्याम वंशकार पुलिस के पास पहुंच गए। गांव के जातिवादियों को यह बाद अखर गई कि एक दलित आखिर उनके खिलाफ पुलिस में कैसे जा सकता है। बस, उन्होंने अपने ही जैसे जातिवाद में धंसे हुए समाज की बैठक बुलाई और इस परिवार के सामाजिक बहिष्कार का फरमान सुना दिया। गांव के चबूतरे पर बैठकर जाति व्यवस्था को सींचने वाले इन लोगों ने इस परिवार की मदद करने और उससे संबंध रखने पर एक लाख रुपये जुर्माना लगाने का फरमान भी सुना दिया।
पीड़ित राधेश्याम वंशकार का कहना है कि गांव में मेरी एक जमीन है। जब मैं इस पर मकान बनवाने लगा तो वो उखड़ गए। उनका कहना था कि बंसोड़-चमार हमारे बीच नहीं रह सकते। उन्होंने मुझे वहां से दूर जाकर घर बनवाने को कहा। मेरे मना करने पर गोविन्द सेठ और अन्य लोगों ने पहले मेरे साथ मार-पीट की। फिर हमारा हुक्का पानी बंद कर दिया।
चमार, बंसोड़ यहां नहीं रह सकते!⚠️⛔️
मध्य प्रदेश के सिहोर में एक दलित परिवार ने अपनी जमीन पर घर बनाना चाहा तो उन्हें मारा-पीटा गया और फिर उनका सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया।
किरार जाति पंचायत ने धमकी दी कि अगर कोई दुकानदार पीड़ित दलित परिवार को समान देता है तो उस पर ₹1 लाख का… pic.twitter.com/drWdxnBCqV
— Suraj Kumar Bauddh (@SurajKrBauddh) March 4, 2025
इस बहिष्कार के बाद यह परिवार खासा परेशान है। दुकानदारों ने इस परिवार को राशन तक देने से इंकार कर दिया है। इससे यह परिवार बाहर से खाने का जुगाड़ कर किसी तरह अपना गुजारा कर रहा है। बताया जा रहा है कि आरोपी खुद पिछड़े समाज के हैं। बहुजन समाज पार्टी ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सीहोर के कलेक्टर बाला गुरु से न्याय की गुहार लगाई है। फिलहाल प्रशासन मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहा है लेकिन पीड़ित परिवार को अब भी राहत के इंतजार में है।
