भारत का कानून क्या कहता है? अगर कोई दोषी हो तो उसके मां-बाप को सजा दी जाए? बिल्कुल नहीं। लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसा ही हुआ है। बेटे पर छेड़खानी का आरोप था, लेकिन जातिवादियों ने उसके बुजुर्ग माता-पिता को सजा दे दी। पहले उन्हें पीटा गया, फिर जबरन जूतों की माला पहना कर उनकी सार्वजनिक तौर पर बेइज्जती की गई। घटना मध्य प्रदेश के अशोक नगर जिले की है।
आरोप है कि दंपत्ति के बेटे ने एक शख्स की पत्नी के साथ छेड़खानी की थी। इसके बाद इस परिवार को दबाव और मजबूरी में गांव छोड़कर जाना पड़ा था। हाल ही में वह परिवार वापस गांव आया था। जिसके बाद शुक्रवार 17 मई 2024 को यह घटना घटी। युवक के 65 साल के पिता और 60 साल की मां को एक खंभे से बांध दिया गया। इसके बाद उनकी पिटाई की गई और उन्हें जूतों की माला पहनने के लिए मजबूर किया गया।
घटना से आहत पीड़ित महिला ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोपियों पर आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 294 और 506 के तहत और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है।
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