पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत द्वारा पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी अड्डों पर हमले को लेकर सवाल उठाया है. ममता बनर्जी ने एक बयान में आतंकी कैंप पर भारतीय वायुसेना द्वारा एयर स्ट्राइक को लेकर सवाल खड़ा किया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को कहा कि जवानों का जीवन चुनावी राजनीति से ज्यादा कीमती है, लेकिन देश को यह जानने का अधिकार है कि पाकिस्तान के बालाकोट में वायुसेना के हवाई हमले के बाद वास्तव में वहां क्या हुआ था.
ममता बनर्जी ने अपने सवालों के पक्ष में विदेशी मीडिया की रिपोर्ट्स का सहारा लिया. राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, “हवाई हमलों के बाद, हमें बताया गया कि 300 मौतें हुईं, 350 मौतें हुईं. लेकिन मैंने न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट में ऐसी खबरें पढ़ीं जिनमें कहा गया कि कोई इंसान नहीं मारा गया. एक अन्य विदेशी मीडिया रिपोर्ट में केवल एक व्यक्ति के घायल होने की बात कही गई थी.”
26 फरवरी को भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान की जमीन पर जैश के आतंकी कैंप पर एयर स्ट्राइक किया गया था, जिसमें करीब 300 आतंकियों को मार गिराए जाने की बात कही गई थी. जबकि विदेशी मीडिया की रिपोर्ट्स में कहा गया था कि बालाकोट में आतंकी शिविरों पर भारतीय वायु सेना के हमलों से कोई नुकसान नहीं हुआ है. ममता ने मांग किया है कि बलों को तथ्यों के साथ सामने आने का मौका दिया जाना चाहिए. भारतीय राजनीति कि इस दिग्गज नेता ने कहा, “इस देश के लोग यह जानना चाहते हैं कि बालाकोट में कितने मारे गए, वास्तव में बम कहां गिराया गया था? क्या यह लक्ष्य पर गिरा था?”
ममता बनर्जी के सवाल को इसलिए भी नहीं टाला जा सकता क्योंकि बीबीसी ने भी अपनी एक रिपोर्ट्स में भारत के टेलिविजन चैनलों द्वारा पाकिस्तान पर हमले का वीडियो बताकर जिन वीडियो को दिखाया गया था वह काफी पुराने वीडियो थे. इस रिपोर्ट से कई टेलिविजन चैनलों के खबरों की प्रमाणिकता भी शक के घेरे में आती है.
दरअसल सोशल मीडिया पर भी इस तरह के सवाल लगातार उठ रहे हैं. पूरा देश सेना के साथ है लेकिन सरकार जिस तरह इस पूरे मामले को भुनाने की कवायद में जुटी है, उससे तमाम लोगों में नाराजगी भी है. विदेशी मीडिया की रिपोर्ट्स और ममता बनर्जी जैसे दिग्गज नेता के बयान ने इसको और बल दिया है.

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